मेरठ। लोकसभा चुनाव से पहले पश्चिमी यूपी में जाट आरक्षण की मांग तेज हो गई है। इसके लिए आज जाट समुदाय अखिल भारतीय जाट महासभा का आयोजन हुआ। राष्ट्रीय लोकदल के नेताओं समेत सतपाल मलिक व नरेश टिकैत भी आयोजन में शामिल हुए।
अखिल भारतीय जाट महासभा की ओर से आज कंकरखेड़ा के शगुन फार्म हाउस में प्रांतीय सम्मेलन का आयोजन हुआ। इसमें जाट समाज के दिग्गज केंद्र में आरक्षण दिलाने की रणनीति तैयार हुई।
मुख्य वक्ता के रूप में पूर्व राज्यपाल सत्यपाल मालिक व भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत के साथ बालियान खाप, मलिक खाप के चौधरी व समाज के बड़े लोग शामिल रहे। महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रताप चौधरी के नेतृत्व में कार्यक्रम का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम को लेकर कई दिनों से तैयारी हो रही थी। इसमें जाट समाज को आरक्षण न दिए जाने पर आगामी लोकसभा चुनाव की रणनीति तय की और जाट समाज ने अपनी ताकत भी दिखाई। महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रताप चौधरी ने कहा कि भाजपा जाट समाज की मांगों की अनदेखी कर रही है। जिसका खामियाजा उसे आगामी लोकसभा चुनाव में उठाना पड़ेगा। शनिवार को प्रदेश अध्यक्ष समेत तमाम पदाधिकारी सम्मेलन की तैयारी में जुटे।
सम्मेलन में पंजाब, राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली समेत कई राज्यों से जाट समाज के लोग पहुंचें। सुधीर चौधरी, अशोक चौधरी, सत्येंद्र सिंह, सतेंद्र तोमर भी शगुन फार्म हाउस में कार्यक्रम में रहे।
रालोद नेताओं ने दिया समर्थन
रालोद के वरिष्ठ नेताओं ने सम्मेलन को समर्थन दिया। रालोद नेता डॉ. राजकुमार सांगवान ने कहा कि चौधरी अजित सिंह के प्रयासों से जाट समाज को केंद्र में आरक्षण मिला था। इसे साजिश के तहत खत्म कराया गया। सुनील रोहटा ने कहा कि आज समाज के युवाओं को केंद्र सरकार की नौकरियों में आरक्षण अत्यधिक आवश्यक है।