गाजियाबाद। भारतीय किसान यूनियन के किसानों ने सोमवार को गांधी जयंती पर गाजीपुर बॉर्डर पर हवन पूजन किया। इस दौरान काफी देर तक पुल के नीचे का अंडरपास आम जनता के लिए बंद रहा। यहां पर भारी संख्या में पुलिस बल मौजूद रहा।
2018 में आज ही के दिन हरिद्वार से निकाल गई किसानों की यात्रा को गाजीपुर बॉर्डर पर रोक दिया गया था और उसी दिन से ही किसानों ने यहीं पर धरना प्रदर्शन शुरू कर दिया था।
इसके बाद इस जगह का नाम किसान क्रांति गेट कर दिया गया। उसके बाद हर साल यहां भारती किसान यूनियन के किसान हवन पूजन करते हैं।
आज 2 अक्टूबर को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी की और पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री जी की जयंती पर किसान क्रांति गेट पर किसानो का हवन पूजन कार्यक्रम हुआ।
सुरक्षा व्यवस्था को देखते हुए भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद रहा। हवन कर रहे किसानो ने बताया कि आज ही के दिन 2 अक्टूबर को 2018 में किसान क्रांति यात्रा हरिद्वार से चलकर गांधी जी की समाधि पर दिल्ली में जानी थी। लेकिन दिल्ली पुलिस ने यात्रा में शामिल किसानों के साथ बर्बरतापूर्ण व्यवहार करते हुए, लाठी चार्ज, आंसू गैस के गोले आदि का प्रयोग किया।
सर्वसम्मति से उसी दिन घोषणा की गई और गाजीपुर बॉर्डर का नाम बदलकर किसान क्रांति गेट रख दिया गया और तभी से इस दिन को याद करने के लिए, किसान यहां किसान क्रांति गेट पर आते हैं, और हवन आदि प्रोग्राम करते हैं।