गाजियाबाद। गाजियाबाद में पुलिस ने बड़े घरों में विश्वास जमा कर उस घर के मंदबुद्धि, दिव्यांग, बड़ी उम्र के लड़कों से शादी कर उनकी संपत्ति हड़पने वाले गैंग का खुलासा किया है। इस मामले में पुलिस ने एक बिचौलिए को गिरफ्तार किया है। अन्य की जांच की जा रही है।
इसी गैंग की एक लड़की ने 200 करोड़ से ज्यादा की प्रॉपर्टी हथियाने के लिए गाजियाबाद में एक कॉलेज मालकिन के मंदबुद्धि बेटे से शादी कर ली। कॉलेज मालकिन की कैंसर से मौत होने के बाद वह पूरी प्रॉपर्टी पर काबिज हो गई। गनीमत यह रही कि महिला मरने से पहले प्रॉपर्टी की वसीयत शादीशुदा बेटी के नाम कर चुकी थी।
फिलहाल बेटी की शिकायत पर गाजियाबाद पुलिस ने इस तरह की शादियां कराने वाले हिस्ट्रीशीटर बिचौलिए को गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, मुरादनगर थाना क्षेत्र में गंगनहर पटरी के किनारे यूनिक ग्रुप ऑफ कॉलेज (यूआईएमटी) है। इसकी पूर्व चांसलर सुधा सिंह थीं, जिनकी 7 अगस्त, 2023 को कैंसर से मौत हो गई। उनके पति की भी कई साल पहले बीमारी से मौत हो गई थी। सुधा का बेटा शिवम सिंह 50 प्रतिशत मंदबुद्धि है। वहीं, बेटी आकांक्षा सिंह की शादी हो चुकी है। सुधा सिंह के मकान में फरवरी, 2023 में प्रीति नाम की एक युवती मेड का काम करने के लिए आई। धीरे-धीरे प्रीति ने उन पर अपना भरोसा जमा लिया। उस वक्त सुधा कैंसर की आखिरी स्टेज में चल रही थीं।
प्रीति ने कहा कि वह उनके मंदबुद्धि बेटे का शादी के बाद पूरा ख्याल रखेगी। इस बीच प्रीति ने शिवम से कथित तौर पर उस वक्त शादी कर ली, जब सुधा हॉस्पिटल में भर्ती थीं। इसकी एक तस्वीर भी आई थी, जिसमें प्रीति और शिवम गले में माला पहने हुए हैं। दोनों सुधा सिंह से आशीर्वाद लेते दिखाई दे रहे हैं। सुधा की बेटी आकांक्षा को इन सब बातों का कुछ पता ही नहीं चला। पुलिस ने जब जांच की तो पता चला कि प्रीति मूल रूप से रोहतक, हरियाणा की रहने वाली है। वह अब तक इसी तरह की 7 शादियां कर चुकी हैं।
7 अगस्त, 2023 को सुधा सिंह की मौत पर बेटी आकांक्षा घर आईं। उन्होंने प्रीति से कहा कि अब उन्हें मेड की जरूरत नहीं है। तब प्रीति ने आकांक्षा को बताया कि वह इस घर की बहू बन चुकी है। यह जानकर आकांक्षा के पैरों तले जमीन खिसक गई।
प्रीति ने आकांक्षा को फोटो भी दिखाई जिसमें वह हॉस्पिटल के रूम में शिवम के साथ गले में माला पहनकर खड़ी हुई हैं। आकांक्षा को इस शादी पर शक हुआ। क्योंकि मां ने यह बात उनको नहीं बताई थी। न तो ये शादी कहीं रजिस्टर्ड थी, न ही मंदिर में हुई और न ही कोई फेरे हुए।
पेशे से डॉक्टर आकांक्षा सिंह पिछले दिनों गाजियाबाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों से मिलीं और शक जाहिर किया कि प्रीति ने फ्रॉड कर संपत्ति हड़पने के लिए ये शादी की है। मुरादनगर थाना पुलिस ने 22 सितंबर को इस केस में एक मुकदमा दर्ज कर लिया और जांच शुरू कर दी।
पुलिस की जांच के दौरान सचिन का नाम सामने आया। वो गाजियाबाद में नूरपुर गांव का रहने वाला है और मसूरी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। सचिन पर मुरादनगर, मसूरी और सिहानी गेट थाने में धोखाधड़ी के कई मुकदमे दर्ज हैं।
पुलिस के मुताबिक, सचिन ही रोहतक (हरियाणा) की रहने वाली प्रीति को सुधा सिंह के घर पर बतौर मेड रखवाया था। क्योंकि सचिन का सुधा सिंह के घर पर आना-जाना था, वो जानता था कि सुधा को कैंसर है और उनके पास करोड़ों रुपए की संपत्ति है। पुलिस ने सचिन को सोमवार को गिरफ्तार कर लिया।
पूछताछ में सचिन ने बताया, करोड़ों रुपए की प्रॉपर्टी हथियाने के लिए उसने प्रीति नामक युवती को मेड का काम करने के लिए सुधा के घर भेजा था। प्रीति ने धीरे-धीरे सुधा को अपनी बातों में फंसाया और ऐसे वक्त में उनके मंदबुद्धि बेटे से शादी कर ली, जब वो हॉस्पिटल में कैंसर की आखिरी स्टेज पर थीं। उस वक्त वो शादी का विरोध भी नहीं कर सकती थीं और बेटे को इस बारे में कोई समझ नहीं थी।
पुलिस पूछताछ में आरोपी सचिन ने बताया, हम सुधा सिंह की कैंसर से मृत्यु का इंतजार कर रहे थे। 7 अगस्त को उनकी मौत के तुरंत बाद ही प्रीति ने अपने गैंग की अन्य दो महिलाओं — प्रवेश, निवासी नूरपुर गाजियाबाद और नीलम, निवासी साउथ वेस्ट दिल्ली को इस घर में बुला लिया। इसमें उसने नीलम को अपनी मौसी बताया। इस तरह प्रीति ने पूरे घर पर कब्जा जमा लिया।
सुधा की बेटी आकांक्षा सिंह ने जब प्रीति को घर से चले जाने को कहा तो उसने इस घर की बहू बनने का हवाला देते हुए कहीं जाने से इनकार कर दिया। अब जैसे ही मुकदमा दर्ज होने की जानकारी हुई तो प्रीति अपनी दोनों साथी महिलाओं संग रफूचक्कर हो गई है।