मुजफ्फरनगर। जनपद पुलिस ने एक ऐसे फ्रॉड को गिरफ्तार किया है जो फर्जी कंपनी बनाकर दूसरी कंपनियों से वेस्ट पेपर लेकर उनके साथ फ्रॉड किया करता था। बताया जा रहा है कि ये शातिर फ्रॉड माल के बदले पैसे देने के नाम पर मार्केट से लापता हो जाया करता था। इस शातिर फ्रॉड के पास से पुलिस ने 25 लाख रुपए की नगदी 5 मोबाइल फोन 9 सिम कार्ड और एक मोटरसाइकिल भी बरामद की है।
दरसअल नई मंडी कोतवाली में बीती 15 सितंबर को हैदराबाद निवासी चंदन पांडे और महाराष्ट्र निवासी परशुराम ने एक लिखित तहरीर देते हुए यह शिकायत की थी कि वह ट्रांस्लाइन इंडिया लॉजिस्टिक नाम से एक कंपनी चलकर वेस्ट पेपर का व्यापार किया करते हैं। जिसके चलते आरोपी ने उनके साथ रमा पेपर मिल का मालिक प्रमोद अग्रवाल बनकर मोबाइल के माध्यम से वेस्ट पेपर की डील की थी आरोप है कि अभियुक्त ने रमा पेपर मिल नजीबाबाद बिजनौर के नाम से माल मंगवाया था। जिसके बाद पैसे मांगने पर आरोपी ने मोबाइल पर गाली गलौज करते हुए अपना मोबाइल बंद कर दिया था। जिसके बाद पीड़ित व्यापारियों का इस फ्रॉड से कभी भी संपर्क नहीं हो पाया ।
जिसके चलते इस मामले में पुलिस ने आरोपी के विरुद्ध उस समय सुसंगत धाराओं में मुकदमा दर्ज कर अपनी आगे की कार्रवाई शुरू कर दी थी आलाधिकारियों द्वारा भी इस घटना के खुलासे को लेकर कई टीमों को इसमें लगाया गया था ।जिसने आज इस घटना का सफल अनावरण करते हुए उत्तराखंड के देहरादून निवासी खालिद नाम के एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है ।जिसके पास से पुलिस ने 25 लख रुपए की नकदी 5 मोबाइल फोन 9 सिम कार्ड और एक अपाचे मोटरसाइकिल भी बरामद की है।
पुलिस गिरफ्त में आये इस शातिर फ्रॉड ने पूछताछ के दौरान बताया है कि उसके द्वारा फर्जी आईडी पर सिम लेकर वेस्ट पेपर मालिकों से रमा पेपर मिल का मालिक बनकर वह ऑनलाइन मोबाइल के माध्यम से वेस्ट पेपर की डील किया करता था और बताए गए स्थान के बजाय वह किसी अन्य स्थान पर माल उतरवा कर वह उस माल को अलग-अलग जगह कम दामों में बेच दिया करता था।
जानकारी के मुताबिक इस शातिर अभियुक्त ने फर्जी तरीके से बैंकों में खाते भी खुला रखे थे जिसके माध्यम से यह पैसा का लेनदेन किया करता था। इस शातिर फ्रॉड ने हैदराबाद और महाराष्ट्र के साथ-साथ बरेली ,मुरादाबाद और देहरादून में भी ऐसी घटनाओं को अंजाम दिया है जिनकी जानकारी पुलिस के द्वारा जुटाई जा रही है।
एसपी सिटी सत्यनारायण प्रजापत ने बताया कि थाना नई मंडी पुलिस को एक हैदराबाद वं एक महाराष्ट्र की दो अलग-अलग कंपनियों द्वारा ये शिकायत की गई की एक अज्ञात व्यक्ति द्वारा क्योंकि उन्होंने नाम दूसरा बताया तो उस व्यक्ति द्वारा उनसे वेस्ट पेपर को मिल में सप्लाई करने के लिए सौदा तय किया गया था एवं उसके बाद लगभग 13 गाड़ी वेस्ट पेपर की मंगवाई गई तो उसके बदले में उसका भुगतान नहीं किया गया, इसके आधार पर सुसंगत धाराओं में थाना नई मंडी पर मुकदमा पंजीकृत किया गया एवं सीओ नई मंडी के नेतृत्व में इस घटना के खुलासे एवं विवेचना के लिए निर्देशित किया गया, विवेचना के दौरान यह तथ्य निकल कर प्रकाश में आया की एक खालिद नाम का व्यक्ति है जिसने फर्जी डॉक्यूमेंट लगाकर एवं अपनी फर्जी पहचान बनाकर सप्लायर की तरह एक पूरा गिरोह बनाया है और उसके बाद में फर्जी अकाउंट में पैसा लिया है।
पूछताछ के दौरान आरोपी ने बताया कि इसके मन में लालच आया एवं पहले यह कबाड़ी का काम करता था जिसके बाद इसने छोटे स्तर पर घटनाओं को अंजाम देना शुरू किया। इसने मुजफ्फरनगर में अलग-अलग पेपर मिल के लिए 13 गाड़ी वेस्ट पेपर मंगाया था जो इसने यहां खाली करवाया था और इसके संबंध में थाना नई मंडी पर दो मुकदमे पंजीकृत किए गए थे।