चंडीगढ़। हरियाणा एंटी क्रप्शन ब्यूरो ने वेयरहाउसिंग रिश्वत कांड में कार्रवाई करते हुए विभाग के प्रबंधक तथा कानफैड महाप्रबंधक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया है। इस रिश्वत कांड में अब तक एक आईएएस अधिकारी सहित चार के खिलाफ केस दर्ज हो चुका है।
बुधवार की रात गिरफ्तार किए गए हरियाणा वेयरहाउसिंग कारपोरेशन के एमडी व उनके सहयोगी को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया। जहां से आईएएस को एक दिन के पुलिस रिमांड पर तो उनके सहयोगी को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया। इस केस में एक आईएएस सहित चार लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। इस मामले में कुल दो गिरफ्तारियां हुई है जबकि दो आरोपी अभी भूमिगत है। वह भी विभाग के ही वरिष्ठ अधिकारी हैं।
इस रिश्वत केस में एसीबी ने आईएएस जयवीर सिंह के अलावा मुनीष शर्मा और कॉनफेड के जनरल मैनेजर राजेश बंसल के खिलाफ एसीबी ने ट्रांसफर-पोस्टिंग में रिश्वत लिए जाने का केस दर्ज किया है। यह रिश्वत वेयर हाउसिंग में जिला प्रबंधक पद पर तैनात रिंकू हुड्डा से तैनाती के बदले कथित रूप से आईएएस ने रिश्वत मांगी थी। रिंकू के पति ने रिश्वत मांगने की शिकायत हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो में दी। इस पूरे मामले में बिचौलिए की भूमिका अंबाला में तैनात जिला प्रबंधक संदीप कर रहे थे। हरियाणा एंटी करप्शन ब्यूरो की टीम ने सबसे पहले संदीप को हिरासत में लिया। इसके बाद में संदीप से फोन कराकर एमडी की हुई बातचीत के आधार पर ही ब्यूरो की टीम ने रुपये लेते जयवीर को रंगे हाथ गिरफ्तार किया।
इस पूरे मामले में रातभर पंचकूला व चंडीगढ़ में कार्रवाई चलती रही। पंचकूला में वेयरहाउसिंग का कार्यालय भी देररात तक खुला रहा। दोनों आरोपितों को गुरुवार को पंचकूला की कोर्ट में पेश किया गया। जहां से जयवीर आर्य को एक दिन के पुलिस रिमांड पर दिया गया, जबकि उनके सहयोगी मनीष को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
गुरुवार को एसीबी प्रवक्ता ने बताया कि भ्रष्टाचार के इस मामले में आईएएस जयवीर आर्य के अलावा वेयरहाउसिंग कारपोरेशन पानीपत के प्रबंधक संदीप घनघस, कॉनफेड के महाप्रबंधक राजेश बंसल और एक अन्य व्यक्ति मनीष कुमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। घनघस व बंसल की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापे मारे जा रहे हैं।