दिल्ली। पाकिस्तानी नागरिकों को वापस उनके देश भेजने के लिए केंद्र के फैसले का असर दिखना शुरू हो गया है। दिल्ली सरकार ने उन पाकिस्तानी नागरिकों के लिए वापस जाने की अंतिम तिथि 26 से 29 अप्रैल तक निर्धारित की, जिनके वीजा निलंबित कर दिए गए हैं। दिल्ली के गृह मंत्री आशीष सूद ने सभी नागरिकों से अपील की है कि वे दिल्ली में रह रहे अवैध पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करने में मदद करें और तत्काल नजदीकी पुलिस स्टेशन को भी सूचित करें।
“मुज़फ्फरनगर में “स्कूल के दोस्तों ने की हदें पार, 11वीं के छात्र को गोली मारी”
उन्होंने बताया कि यह निर्णय भारत सरकार के पाकिस्तानी नागरिकों की वीजा सेवाएं निलंबित करने के आदेश के तहत लिया गया है। दीर्घकालिक वीजा और राजनयिक एवं आधिकारिक वीजा को छोड़कर, सभी अन्य वीजा तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिए गए हैं। मंत्री आशीष सूद ने कहा, “देशहित के इस कार्य में हर नागरिक का सहयोग आवश्यक है। यदि किसी को किसी संदिग्ध पाकिस्तानी नागरिक के अवैध रूप से ठहरे होने की जानकारी मिले, तो वे तुरंत निकटतम पुलिस थाने में सूचना दें।” दिल्ली सरकार ने स्पष्ट किया कि अवैध प्रवास को लेकर वह पूरी तरह सतर्क है।
मुजफ्फरनगर में युवक के साथ दबंगों ने की थी मारपीट, पुलिस ने किया इलाज, हाथ जोड़कर मांगी माफी
गृह विभाग ने पहले ही दिल्ली पुलिस को निर्देश दिए हैं कि वे अवैध पाकिस्तानी नागरिकों की पहचान करें और संबंधित एजेंसियों के समन्वय से निष्कासन की प्रक्रिया तेजी से पूरी करें। भारत सरकार के निर्देश के अनुसार, अब किसी भी पाकिस्तानी नागरिक को नया वीजा जारी नहीं किया जाएगा। दिल्ली सरकार ने नागरिकों से सजग और जिम्मेदार भूमिका निभाने का आग्रह किया है ताकि राष्ट्रीय सुरक्षा को सुदृढ़ किया जा सके। उल्लेखनीय है कि देश के कोने-कोने से पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजने की खबर आ रही है। पुलिस-प्रशासन ऐसे लोगों की पहचान में जुट गया है, जो पाकिस्तानी वीजा पर भारत में रह रहे हैं। सरकार ने सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा रद्द करने का आदेश दिया और उन्हें भारत छोड़कर वापस पाकिस्तान जाने के लिए कहा है।