मुजफ्फरनगर। दिल्ली-देहरादून हाईवे के सबसे खतरनाक कट जौली रोड पर अब पुल बनने जा रहा है। इस पुल के बनने से इस क्षेत्र में होने वाले हादसों का खतरा कम हो जाएगा। सड़क पार करते समय यहां प्रतिदिन हादसे होते हैं।
हाईवे पर सबसे ज्यादा हादसे संधावली पुल, पचेंडा बाईपास, जौली रोड पर होते रहे हैं। संधावली पुल बन चुका है और हादसे कम हो गए हैं। पचेंडा रोड का पुल भी बन चुका है, यहां भी हादसे कम हुए हैं। केवल जौली रोड बचा है। हाइवे पार करते समय यहां प्रतिदिन हादसे होते रहते हैं। कूकडा और बिलासपुर के लोग इस समय समस्या को लेकर केंद्रीय राज्यमंत्री डॉ. संजीव बालियान से कई बार मिल चुके हैं।
संजीव बालियान ने हाइवे अथॉरिटी के अधिकारियों से बात की और इस पुल का एस्टीमेट तैयार कराया। इस पुल को लेकर वह केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से मिले थे। डॉ संजीव बालियान ने बताया कि पुल निर्माण को हरी झंडी मिल गई है। स्वीकृति के लिए फाइल मंत्रालय जा चुकी है।
40 करोड़ से बनने वाले इस पुल का टेंडर जल्द जारी होगा। कूकड़ा और बिलासपुर के बीच हाइवे पर रास्ता पार करते समय प्रतिदिन कोई न कोई हादसा होता है, जब से हाईवे बना है, अब तक यहां सैकड़ों मौतें हो चुकी हैं। बिलासपुर की एक बेटी की स्कूटी बड़े वाहन की चपेट में आने से कुछ दिन पहले मौत हुई थी।
जिला पंचायत सदस्य तरुण पाल का कहना है कि यहां पुल बनने से क्षेत्र के लोगों को बड़ी राहत मिलेगी और जनहानि रुकेगी। करीब 15 दिन में जौली रोड के पुल का टेंडर जारी हो जाएगा। एस्टीमेट सरकार को जा चुका है। इसी सप्ताह स्वीकृति हो जाएगी। जल्दी ही पुल बनना शुरू हो जाएगा।