शामली : कुंडली सोनीपत से पधारी राजयोगिनी ब्रह्माकुमारी गीता बहन ने बताया कि शिवलिंग पर बेलपत्र और धतूरा चढ़ाना आदि का आंतरिक अर्थ है कि अपनी जीवन की सारी कड़वाहट को शिव पर समर्पित कर देना और जीवन में खुशी बनी रहे इसके लिए सतत प्रयास करना होगा।
कार्यक्रम में बोलते हुए पानीपत से आई ब्रह्माकुमारी स्मृति बहन ने कहा कि महिलाओं के बिना यह संसार अधूरा है। बचपन से ही बच्चों को माता बहनों का सम्मान करने की ट्रेनिंग दे देनी चाहिए।कार्यक्रम मे बतौर मुख्य अतिथि नगर पालिका परिषद कैराना के सभासद शगुन मित्तल ने कहा कि महिला दिवस के अवसर पर शिवरात्रि का पड़ना सुखद संयोग है। भगवान की याद के साथ महिलाओं के सम्मान की शिक्षा देने से समाज में परिवर्तन आएगा।
कंडेला सेवा केंद्र संचालिका ब्रह्माकुमारी बबीता बहन और बी के मोनिका बहन ने कार्यक्रम में पधारे सभी भाइयों बहनों का धन्यवाद किया। ब्रह्माकुमारी पूजा बहन ने राजयोग मेडिटेशन का अभ्यास करवाया।
मंच संचालन बी के विनोद ने किया। इस अवसर पर शिशु विद्या मंदिर विद्यालय के प्रधानाचार्य ध्यानचंद जी, जयप्रकाश जी, श्रीचंद, बिक्रम, मोनू आदि भी मौजूद रहे।