नोएडा। सामूहिक बलात्कार के मामले में फरार चल रहे कुख्यात स्क्रैप माफिया रवि काना और उसके एक अन्य साथी महकी नागर की गिरफ्तारी पर नोएडा पुलिस ने 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। इनके खिलाफ थाना बीटा-दो में गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज है। इनके घर की कुर्की करने की कार्रवाई के लिए भी थाना बीटा-दो पुलिस ने कोर्ट में अर्जी दी है। इनके खिलाफ धारा 82 के तहत नोटिस जारी की गई है। कुख्यात स्क्रैप माफिया और इसके साथियों के करीब 200 करोड रुपए की संपत्ति भी नोएडा पुलिस ने कुर्क की है।
पुलिस आयुक्त के मीडिया प्रभारी ने बताया कि थाना सेक्टर-39 में कुख्यात स्क्रैप माफिया रवि काना और इसके कई साथियों खिलाफ एक युवती के साथ सेक्टर 38-ए स्थित एक मॉल में सामूहिक बलात्कार करने का मुकदमा दर्ज है। उन्होंने बताया कि इस मामले में पुलिस ने अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया है, जबकि रवि काना उर्फ रवि नागर पुत्र जितेंद्र नागर निवासी ग्राम दादूपुर तथा महकी नागर उर्फ महकर पुत्र जगमाल नागर निवासी ग्राम दादूपुर फरार हैं। उन्होंने बताया कि इनके इनकी गिरफ्तारी पर पुलिस उपायुक्त जोन प्रथम विद्या शंकर मिश्रा ने आज 25-25 हजार रुपए का इनाम घोषित किया है। मीडिया प्रभारी ने बताया कि आरोपियों के गिरफ्तारी के लिए पुलिस की कई टीम में बनाई गई है।
उन्होंने बताया कि कुख्यात स्क्रैप माफिया रवि के खिलाफ थाना बीटा- दो में गैंगस्टर एक्ट के तहत भी मुकदमा दर्ज है। इस गैंग के आधा दर्जन लोगों को पुलिस ने अब तक गिरफ्तार किया है, जबकि मुख्य सरगना रवि अभी भी फरार है। इसके तथा इसके अन्य साथियों की घर की कुर्की करने की प्रक्रिया प्रचलित है। कोर्ट द्वारा धार सीआरपीसी की धारा 82 के तहत नोटिस जारी किया गया है। अगर आरोपी एक माह के अंदर कोर्ट में उपस्थित नहीं होते हैं तो उनके घर और अन्य प्रतिष्ठानों की कुर्की की जाएगी। उन्होंने बताया कि पुलिस आयुक्त श्रीमती लक्ष्मी सिंह के विशेष न्यायालय के आदेश पर रवि काना तथा इसके गैंग से जुड़े कई लोगों की 200 करोड़ से ज्यादा की संपत्ति को अब तक कुर्क किया गया है।
बताया जाता है कि रवि काना ने पूर्व में नेताओं, पुलिस अधिकारियों और मीडिया से जुड़े लोगों के साथ मिलकर एक संगठित गिरोह बनाया तथा इसने गौतम बुद्ध नगर में फैक्ट्रियों से निकले वाले लोहे, एल्यूमिनियम, पीतल, तांबा सहित विभिन्न प्रकार के स्क्रैप के कारोबार में और किसी व्यापारी को काम नहीं करने दिया, तथा अपने बाहुबल के ऊपर इसने एक छत्र राज किया। करीब 10 वर्षों से रवि काना का यह अवैध कारोबार जारी था।
पुलिस आयुक्त लक्ष्मी सिंह ने इस माफिया के खिलाफ सख्त कार्रवाई की, तथा इसके खिलाफ थाना बीटा- दो में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज हुआ। उसके बाद रवि काना के बुरे दिन शुरू हो गए। इसके गैंग में इसकी पत्नी मधु नागर भी शामिल थी, उसे पुलिस ने बैंकॉक से लौटते समय दिल्ली एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस को आशंका है कि रवि काना भी विदेश भाग गया है। पुलिस सूत्र बताते हैं कि जब उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज हुआ तभी पुलिस विभाग के उसके सूत्रों ने उसे आगाह कर दिया था, तथा वह भारत छोड़कर विदेश भाग गया है। पुलिस सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए मामले की जांच कर रही है। उसके खिलाफ लुक आउट नोटिस भी जारी किया गया है।