अहमदाबाद। अदाणी इंटरनेशनल पोर्ट्स होल्डिंग्स ने शुक्रवार को कहा कि उसने पूर्वी अफ्रीकी देश तंजानिया में दार एस सलाम पोर्ट पर कंटेनर टर्मिनल 2 (सीटी2) के संचालन और प्रबंधन के लिए तंजानिया पोर्ट्स अथॉरिटी के साथ 30 साल के लिए एक समझौता किया है। अदाणी इंटरनेशनल पोर्ट्स होल्डिंग्स अदाणी पोर्ट्स एंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन लिमिटेड (एपीएसईज़ेड) की पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी है।
एपीएसईज़ेड के प्रबंध निदेशक करण अदाणी ने कहा, “दार एस सलाम पोर्ट पर कंटेनर टर्मिनल 2 के लिए रियायत पर हस्ताक्षर एपीएसईज़ेड की 2030 तक वैश्विक स्तर पर सबसे बड़े बंदरगाह संचालकों में से एक बनने की महत्वाकांक्षा के अनुरूप है।” उन्होंने कहा, “हमें विश्वास है कि बंदरगाहों और रसद में हमारी विशेषज्ञता और नेटवर्क के साथ, हम अपने बंदरगाहों और पूर्वी अफ्रीका के बीच व्यापार की मात्रा और आर्थिक सहयोग को बढ़ाने में सक्षम होंगे। हम दार एस सलाम बंदरगाह को विश्व स्तरीय बंदरगाह में बदलने का प्रयास करेंगे।” दार एस सलाम बंदरगाह एक प्रवेश द्वार बंदरगाह है।
इसमें सड़क और रेलवे का एक अच्छा नेटवर्क है। अदानी पोर्ट्स के अनुसार, ईस्ट अफ्रीका गेटवे लिमिटेड (ईएजीएल) को एआईपीएच, एडी पोर्ट्स ग्रुप और ईस्ट हार्बर टर्मिनल्स लिमिटेड (ईएचटीएल) के संयुक्त उद्यम के रूप में शामिल किया गया है। ईएजीएल ने हचिसन पोर्ट होल्डिंग्स लिमिटेड (और इसके सहयोगी हचिसन पोर्ट इन्वेस्टमेंट्स लिमिटेड) और हार्बर्स इन्वेस्टमेंट लिमिटेड से तंजानिया इंटरनेशनल कंटेनर टर्मिनल सर्विसेज लिमिटेड (टीआईसीटीएस) में 95 प्रतिशत हिस्सेदारी के अधिग्रहण के लिए 39.5 मिलियन डॉलर में एक समझौते पर हस्ताक्षर किए हैं।
टीआईसीटीएस वर्तमान में सभी बंदरगाह हैंडलिंग उपकरणों और यहां के कर्मचारियों का मालिक है। अदाणी पोर्ट्स टीआईसीटीएस के माध्यम से सीटी2 का संचालन करेगा। अदाणी पोर्ट्स भारत में सबसे बड़ा बंदरगाह डेवलपर और ऑपरेटर है। पश्चिमी तट पर इसके सात बंदरगाह और टर्मिनल तथा देश के पूर्वी तट पर 8 बंदरगाह और टर्मिनल हैं।