नई दिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने रणबीर कपूर के बाद गुरुवार को महादेव बुक्स कथित मनी लॉन्ड्रिंग मामले की जांच के सिलसिले में हुमा कुरैशी, कपिल शर्मा और हिना खान जैसी मशहूर हस्तियों को भी तलब किया।
ईडी के एक सूत्र ने कहा कि एजेंसी ने उन्हें छत्तीसगढ़ के रायपुर में उसके सामने पेश होने के लिए कहा है।वित्तीय जांच एजेंसी द्वारा बॉलीवुड अभिनेता रणबीर कपूर को तलब करने के एक दिन बाद यह घटनाक्रम सामने आया है।
सूत्र ने कहा कि कई मशहूर हस्तियां जांच एजेंसी के रडार पर हैं और आने वाले दिनों में उन्हें पूछताछ के लिए बुलाया जाएगा। आरोप है कि कई मशहूर हस्तियों ने मोटी रकम के बदले महादेव बुक्स के मोबाइल गेमिंग एप्लिकेशन का समर्थन किया था।
सूत्र ने कहा, यहां तक कि संयुक्त अरब अमीरात में फर्म के प्रमोटर सुनील चंद्राकर की भव्य शादी में भी कई बॉलीवुड हस्तियों ने भाग लिया था और पिछले महीने की गई तलाशी के दौरान वित्तीय जांच एजेंसी को होटलों के भुगतान और परिवहन खर्च का विवरण मिला था।
आरोप है कि महादेव बुक्स ने दुबई में विवाह समारोह कार्यक्रम पर लगभग 200 करोड़ रुपये खर्च किए, जिसमें परिवार के सदस्यों को नागपुर से संयुक्त अरब अमीरात तक ले जाने के लिए निजी जेट किराए पर लिए गए। ईडी की जांच में यह भी पाया गया कि शादी में परफॉर्म करने के लिए मशहूर हस्तियों को काम पर रखा गया था। वेडिंग प्लानर, डांसर, डेकोरेटर आदि को मुंबई से काम पर रखा गया था और नकद भुगतान करने के लिए हवाला चैनलों का इस्तेमाल किया गया था।
ईडी ने आगे कहा कि कई मशहूर हस्तियां इन सट्टेबाजी संस्थाओं का समर्थन कर रही हैं और संदिग्ध लेनदेन के माध्यम से मोटी फीस के बदले में उनके कार्यों को अंजाम दे रही हैं, लेकिन अंततः ऑनलाइन सट्टेबाजी की आय से भुगतान किया जाता है।
ईडी महादेव ऑनलाइन बुक बेटिंग ऐप की जांच कर रही है, जो अवैध सट्टेबाजी वेबसाइटों को नए उपयोगकर्ताओं को नामांकित करने, उपयोगकर्ता आईडी बनाने और बेनामी बैंक खातों के एक स्तरित वेब के माध्यम से धन की हेराफेरी करने में सक्षम बनाने के लिए ऑनलाइन प्लेटफ़ॉर्म की व्यवस्था करने वाला एक प्रमुख सिंडिकेट है।
ईडी ने 15 सितंबर को कहा था कि उसने मामले के सिलसिले में कोलकाता, भोपाल और मुंबई में तलाशी के बाद 417 करोड़ रुपये जब्त किए। वित्तीय जांच एजेंसी ने एक बयान में कहा था कि ईडी ने हाल ही में कोलकाता, भोपाल, मुंबई आदि शहरों में महादेव ऐप से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग नेटवर्क के खिलाफ व्यापक तलाशी ली और बड़ी मात्रा में आपत्तिजनक सबूत हासिल किए और अपराध की आय 417 करोड़ रुपये जब्त कर लिए हैं।