शामली : पश्चिम उत्तर प्रदेश में भ्रमण कर रहे पूर्व पुलिस कर्मी पैदल यात्रा करते हुए शामली पहुंचे। जहां वो पिछले कई महीनो से पैदल यात्रा कर रहे हैं और घूम घूम कर पश्चिम उत्तर प्रदेश में एम्स हॉस्पिटल की मांग कर रहे हैं। पूर्व पुलिस कर्मी का आरोप है, कि स्थानीय प्राइवेट डॉक्टरों की लापरवाही के चलते उनकी पत्नी को ब्लड कैंसर हो गया था और जिसमें एम्स के डॉक्टरों ने उनको बीमारी के बारे में अवगत कराया था। पैदल यात्रा कर रहा पुलिसकर्मी मुजफ्फरनगर जनपद का रहने वाला है। जहा वो पैदल पश्चिम उत्तर प्रदेश जनपदों में भ्रमण कर रहा है।
मामला जनपद के मुजफ्फरनगर के गांव मूडभर का है। जहां का रहने वाला अतर सिंह बालियान पूर्व रिटायर पुलिसकर्मी पिछले काफी समय से पैदल यात्रा और बसों में जा जाकर गांव देहात की यात्रा कर रहा है। जहां वे पश्चिम उत्तर प्रदेश में एम्स हॉस्पिटल के बनाए जाने की मांग कर रहा है। पूर्व पुलिसकर्मी अतर सिंह बालियान का आरोप है, कि बीजेपी ने 10 साल हो गए। लेकिन भाजपा सरकार ने पश्चिमी उत्तर प्रदेश को कितनी संख्या होने के बावजूद भी एम्स अस्पताल नहीं बनवाया। जबकि दिल्ली और ऋषिकेश में एम्स होने के साथ-साथ भीड़ ज्यादा रहती है। जिससे मरीजों को समय रहते उपचार नहीं मिल पाता। पूर्व पुलिसकर्मी का आरोप है, कि प्राइवेट डॉक्टर मरीज को पैसों के लालच में अच्छे से नहीं देख पाते।और ना ही उनकी बीमारी का पता लगाकर मरीजों के परिजनों को बताते हैं। क्योंकि पूर्व पुलिसकर्मी अतर सिंह बालियान की पत्नी को बुखार हुआ था।
जिसमें लगभग एक डेढ़ साल बाद उनको एम्स अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि उनके ब्लड कैंसर है। जिस कारण उनकी पत्नी की मौत हो गई थी। तब से लेकर आज तक पूर्व पुलिसकर्मी अतर सिंह बालियान बस से और पैदल यात्रा पश्चिम उत्तर प्रदेश के गांव देहात का भ्रमण कर रहा है और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में एम्स अस्पताल की मांग कर रहा है। पूर्व पुलिसकर्मी ने बताया कि करीब ₹25000 उसे पेंशन मिलती है। जिसमें 10 से 15 हजार रुपए की वह इस अभियान के पोस्टर यात्रा और यात्रा के दौरान आने वाली समस्याओं पर खर्च कर रहा है।पूर्व पुलिसकर्मी का कहना है, कि प्राइवेट डाक्टर केवल और केवल पैसा कमाना चाहते हैं।