नई दिल्ली। राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर हुई चर्चा के दौरान बुधवार को लोक सभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ‘पप्पू’ शब्द को लेकर कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी को सलाह देते नजर आए।
दरअसल, राष्ट्रपति के अभिभाषण पर बोलते हुए सदन में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने देश की आर्थिक नीति, चीनी सेना के अतिक्रमण और न्यायालय पर दवाब डालने का आरोप लगाते हुए मोदी सरकार पर जमकर निशाना साधा।
अपने भाषण के दौरान अधीर रंजन चौधरी ने राहुल गांधी के मंगलवार को दिए गए भाषण की जबरदस्त अंदाज में तारीफ करते हुए कहा कि ये लोग (भाजपा) राहुल गांधी को पप्पू साबित करने की कितनी भी कोशिश करें लेकिन, उन्होंने इन्हें ही पप्पू साबित कर दिया।
चौधरी के इस भाषण पर तुरंत ऐतराज जताने के लिए सदन में मौजूद गृह मंत्री अमित शाह खड़े हो गए। अमित शाह ने अधीर रंजन चौधरी के भाषण पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वे माननीय सांसद जी को पप्पू नहीं कह सकते हैं।
इससे पहले चीनी सेना के अतिक्रमण के आरोपों को लेकर भी शाह और चौधरी के बीच कई बार नोक-झोंक हुई। अधीर ने 1962 में चीन के साथ हुई लड़ाई के मौके पर सदन में अटल बिहारी वाजपेयी की मांग पर जवाहर लाल नेहरू द्वारा चर्चा कराने का हवाला देते हुए कहा कि मोदी सरकार आज चीनी अतिक्रमण को लेकर सदन में चर्चा तक नहीं करा रही है। इस पर प्रतिवाद करते हुए अमित शाह ने कहा कि उस समय खामियां थी, इस समय खामियां नहीं हैं। उस समय की सरकार देश की हजारों एकड़ भूमि हार कर आई थी तब सदन में चर्चा हुई थी।
इसके बाद भी अधीर कई रिपोर्टों का हवाला देते हुए भारतीय भूमि पर चीनी अतिक्रमण की बात कहते रहे। इस पर एक बार फिर से कड़ा ऐतराज जताते हुए अमित शाह ने सदन में खड़े होकर कहा कि सदन में जो बातें बोली जाती है वो रिकॉर्ड में चला जाता है। इस तरह की बातें सदन में नहीं कहनी चाहिए। उन्हें जो बोलना है बोले लेकिन यह स्पष्ट कर दें कि वो ये सारी बातें अखबार के हवाले से बोल रहे हैं।