लखनऊ । उत्तर प्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र के चौथे दिन गुरुवार को सदन की स्थिति कुछ देर के लिए असहज हो गई। चर्चा के दौरान समाजवादी पार्टी (सपा) के विधायक सुरेश यादव ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना पर आरोप लगाया कि वह विपक्ष को बोलने का मौका नहीं देते हैं। उनके इस आरोप पर विधानसभा अध्यक्ष नाराज हो गए।
विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सपा विधायक से कहा कि यदि आपको लगता है कि मैं विपक्ष के साथ न्याय नहीं कर रहा हूं और बोलने का मौका नहीं दे रहा हूं तो आप ही आसन पर आकर बैठ जाइए। इतना कहते हुए सतीश महाना ने अध्यक्ष की कुर्सी छोड़ दी और सदन की कार्यवाही को 20 मिनट के लिए स्थगित कर दिया।
हालांकि सदस्यों ने उन्हें मनाने की कोशिश की लेकिन वह नहीं माने और सदन से उठकर अपने कक्ष में चले गए। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष अखिलेश यादव और सपा के अन्य सदस्यों ने अध्यक्ष के कक्ष में जाकर उन्हें मनाया फिर 20 मिनट बाद सतीश महाना अपने आसन पर वापस लौटे। सदन की कार्यवाही जब दोबारा शुरु हुई तो सपा विधायक और पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह एवं अवधेश प्रसाद समेत अन्य विधायकों ने विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना की कार्यशैली की प्रशंसा की।
पूर्व मंत्री ओम प्रकाश सिंह ने कहा कि, ‘आप दिल से भी अच्छे हैं, चेहरे से भी अच्छे हैं और व्यवहार से भी अच्छे हैं। यदि सपा के किसी सदस्य की बात से आपको दुख पहुंचा हो तो हम इसके लिए दुख प्रकट करते हैं। आपने विधानसभा को नई ऊंचाइयों पर ले जाने का काम किया है।’
ओम प्रकाश ने की विस उपाध्यक्ष की कुर्सी भरने की अपील
सपा सदस्य ओम प्रकाश सिंह ने इस दौरान विधानसभा अध्यक्ष से अपील की कि उपाध्यक्ष की कुर्सी खाली है, आप चाहेंगे तो यह कुर्सी भर जाएगी और किसी का भला भी हो जाएगा। सपा विधायक की इस अपील पर विधानसभा अध्यक्ष मुस्कराते रहे।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश खन्ना ने इस सवाल का जवाब देते हुए कहा कि आपकी सरकार में भी पांच साल तक एक अध्यक्ष से काम चलाया गया। उन्होंने कहा कि विधानसभा अध्यक्ष बहुत अच्छा काम कर रहे हैं और सदन की गरिमा बढ़ाने में इन्होंने कोई कोताही नहीं की है। इसलिए सभी सदस्यों को अध्यक्ष पद की गरिमा और उनका सम्मान मनसा, वाचा, कर्मणा करना चाहिए। यह केवल बातों में ही नहीं दिखना चाहिए।