मेरठ। मेरठ लोकसभा सीट पर दूसरे चरण में लोकसभा चुनाव होना है। अभी तक भाजपा ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है। मेरठ और गाजियाबाद से भाजपा से अरुण गोविल और कुमार विश्वास को टिकट मिलने की चर्चा चल रही है, तो भाजपा कार्यकर्ताओं के बीच बाहरी और स्थानीय उम्मीदवारों को ही टिकट देने की मांग उठ रही है। ऐसे में दोनों ही सीटों पर भाजपा स्थानीय दावेदारों पर ही दांव खेल सकती है।
मेरठ और गाजियाबाद लोकसभा सीटों पर उम्मीदवार तय करने में भाजपा को मुश्किल का सामना करना पड़ रहा है। मेरठ से वर्तमान सांसद राजेंद्र अग्रवाल जीत की हैट्रिक लगा चुके हैं और इस बार भी टिकट की रेस में सबसे आगे माने जा रहे हैं। इसके साथ ही कवि कुमार विश्वास और रामायण में श्रीराम की भूमिका निभा चुके अभिनेता अरुण गोविल का नाम भी टिकट के दावेदारों के रूप में लिया जा रहा है। मेरठ से भाजपा का टिकट चाहने वालों में कैंट विधायक अमित अग्रवाल, राज्यसभा सदस्य डॉ. लक्ष्मीकांत बाजपेयी, पूर्व विधायक संगीत सोम, विनीत अग्रवाल शारदा, संजीव जैन सिक्का, डॉ. विकास अग्रवाल की दावेदारी भी चल रही है। अभी तक टिकट घोषित नहीं होने से भाजपा कार्यकर्ताओं में भी असमंजस की स्थिति है। कार्यकर्ताओं के बीच से स्थानीय नेता को ही भाजपा उम्मीदवार बनाने की मांग भी उठ रही है।
ऐसा ही हाल गाजियाबाद लोकसभा सीट का है। गाजियाबाद से वर्तमान में केंद्रीय राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह सांसद है और इस बार भी टिकट के प्रबल दावेदार है। यहां से भी कुमार विश्वास, अरुण गोविल, अनिल अग्रवाल, भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह का नाम टिकट के दावेदारों में चल रहा है। 2009 से ही गाजियाबाद से बाहरी नेताओं को टिकट मिलता रहा हैं। 2009 में राजनाथ सिंह यहां से सांसद चुने गए तो 2014 और 2019 में यहां के वोटरों ने जनरल वीके सिंह को रिकॉर्ड मतों से चुनाव जिताकर संसद में भेजा था। अब गाजियाबाद से भी स्थानीय नेता को ही टिकट देने की मांग उठ रही है। भाजपा नेताओं का कहना है कि एक-दो दिन में ही पार्टी उम्मीदवारों की घोषणा कर देगी।