संयुक्त राष्ट्र। संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त वोल्कर तुर्क ने कहा कि लेबनान में पेजर और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से किया गया हमला अंतरराष्ट्रीय मानवीय कानूनों का उल्लंघन है।
तुर्क ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा कि उपकरणों से हजारों लोगों को एक साथ निशाना बनाना, चाहे वे नागरिक हों या सशस्त्र समूहों के सदस्य और हमले के समय यह जाने बिना कि उपकरणों के निशाने पर कौन हैं और उनके आसपास कौन लोग हैं, अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार कानून और लागू अंतरराष्ट्रीय मानवतावादी कानून का उल्लंघन है।
उच्चायुक्त ने आगे याद दिलाया कि अंतरराष्ट्रीय मानवाधिकार गैरहानिकारक उपकरणों में विशेष रूप से डिज़ाइन और एकत्रित किए गए विस्फोटक सामग्रियों के उपयोग को रोकता है। उन्होंने कहा कि “नागरिकों के बीच आतंक फैलाने के उद्देश्य से हिंसा फैलाना एक युद्ध अपराध है।”
उल्लेखनीय है कि 17 और 18 सितंबर को, लेबनान के विभिन्न हिस्सों में पेजर और वॉकी-टॉकी में विस्फोट हुआ। देश के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इन विस्फोटों के परिणामस्वरूप 37 लोगों की घटनास्थल पर ही मौत हो गई और 3,000 से अधिक लोग घायल हुए। हिजबुल्लाह आंदोलन और लेबनानी अधिकारियों ने इन विस्फोटों के लिए इजराइल को दोषी ठहराया। इजराइली अधिकारियों ने अबतक न तो इसमें शामिल होने की पुष्टि की है और न ही इसे खारिज किया है।