गुरुग्राम । मेवात हिंसा के दौरान घायल हुए बजरंग दल के संयोजक प्रदीप शर्मा की बुधवार को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई। 31 जुलाई को बजरंग दल और विश्व हिंदू परिषद की तरफ बृजमंडल जलाभिषेक यात्रा निकाली जा रही थी, उसी दौरान अराजक तत्वों की भीड़ ने यात्रा पर हमला बोल दिया था।
विश्व हिंदू परिषद के जिला उपाध्यक्ष सुरेंद्र तंवर ने बताया कि हिंसा के दौरान प्रदीप शर्मा उस समय घायल हुए जब पुलिस अपनी सुरक्षा में लेकर उन्हें आ रही थी।
वहीं, मंगलवार देर रात गुरुग्राम टीकली रोड बादशाहपुर में आगजनी की घटना हुई। बताया जा रहा है कि कुछ दंगाइयों ने घटना को अंजाम दिया है। पुलिस जांच में जुटी है।
नूंह उपायुक्त प्रशांत पवार ने बताया कि बृज मंडल धार्मिक यात्रा के दौरान हुई हिंसा में अब तक 116 आरोपितों की गिरफ्तारी हो चुकी है और 26 एफआईआर दर्ज हुई हैं। हिंसा के दौरान 60 लोग घायल हुए हैं।
उपायुक्त ने बताया कि फिलहाल क्षेत्र में शांति है और सुरक्षा के मद्देनजर गांवों में ठीकरी पहरा लगाने के आदेश जारी किए गए हैं। मेवात में पुलिस बल की 14 कंपनियां फील्ड में गश्त कर रही है। शांति व कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए 10 ड्यूटी मजिस्ट्रेट तथा 6 स्पेशल ड्यूटी मजिस्ट्रेट लगाए गए हैं।
गुरुग्राम में हुई अप्रिय घटनाओं को मद्देनजर गुरुग्राम पुलिस ने साउथ रेंज में 9 एफआईआर अभी तक दर्ज की हैं। डीसीपी साउथ सिद्धांत जैन का कहना है कि जल्द ही इस मामले में आरोपितों की पहचान कर गिरफ्तारी भी की जाएगी। वहीं, गुरुग्राम एसीपी क्राइम वरुण दहिया के मुताबिक गुरुग्राम में स्थिति सामान्य है। ट्रैफिक पुलिस गुरुग्राम जनता के लिए तैनात की गई हैं, ताकि आम जनता को परेशानी न हो।
किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा: मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री मनोहर लाल का ने कहा कि नूंह में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। नूंह की घटना में 6 लोगों के मारे जाने की सूचना है। मरने वालों में 2 होमगार्ड के जवान और 4 आम नागरिक शामिल हैं। हरियाणा पुलिस की 30 और 20 पैरामिलिट्री फोर्स की यूनिट केंद्र से भेजी गई हैं। 14 यूनिट नूंह, 3 पलवल, 2 फरीदाबाद और एक गुरूग्राम में भेजी गई हैं। षड्यंत्रकारियों की लगातार पहचान की जा रही है। किसी भी दोषी या षड्यंत्रकारी को बख्शा नहीं जाएगा।
इसी बीच हरियाणा के गृह एवं स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने नूंह हिंसा के मामले में कहा कि इतना बड़ा बवाल केवल एक दिन में नहीं हो सकता। इसके लिए किसी न किसी ने लोगों एवं हथियारों को इकट्ठा कर प्लानिंग की है। उन्होंने कहा कि इस मामले की पूरी जांच होगी और नूंह में ऐसी साजिश रचने वालों को बेनकाब किया जाएगा।
विज ने बुधवार को चंडीगढ़ में पत्रकारों से बातचीत में कहा कि यह देश हम सबका है और विश्व में इसे तरक्की के ऊपर वाले पायदान पर लेकर जाना है। क्योंकि तरक्की उसी प्रदेश में होती है, जहां शांति हो, इसलिए लोग ऐसी गलत पोस्ट न डाले और न ही वायरल करें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार पूरी नजर रखे हुए है और सोशल मीडिया के माध्यम से ग़लत अफवाह फ़ैलाने वाले के ख़िलाफ़ कार्रवाई की जाएगी।
मंत्री विज ने कहा कि नूंह में हिंसा के बाद अब स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है और 30 कंपनियां हरियाणा और 20 कंपनियां केंद्र से मिली हैं, जिन्हे तैनात किया गया है। नूंह क्षेत्र को आठ थानों में बांटा गया है और हर थाने पर एक-एक आईपीएस अधिकारी लगाया गया है। इसके अलावा, सोशल मीडिया चेक किया जा रहा है। उन्होंने बताया कि अब तक 41 एफआईआर दर्ज की गई है और नूंह में 116 लोग गिरफ्तार किए गए हैं। रेवाड़ी एवं गुरुग्राम में भी गिरफ्तारियां हुई हैं। विज ने कहा कि नूंह हिंसा के बाद से नूंह में इंटरनेट सेवा अभी बंद है और स्थिति का आंकलन करने के बाद ही आगे की कार्रवाई की जाएगी।
मोनू मानेसर की भूमिका की भी हो रही है जांच
मोनू मानेसर वीडियो संबंधी प्रश्न का जवाब देते हुए मंत्री ने कहा कि हमने मोनू मानेसर का वीडियो देखा है और वह कहीं पर दंगा करने का नहीं बल्कि लोगों को यात्रा में पहुंचने का आह्वान कर रहा है। उस वीडियो को स्टडी किया जा रहा है। विज ने कहा कि नूंह में जो यात्रा निकाली गई थी, वह यात्रा हर साल निकलती थी और यह एक स्थानीय कार्यक्रम था। इसी के तहत यात्रा की स्वीकृति दी गई थी और जितनी पुलिस फोर्स पिछली यात्रा में थी, उतनी ही पुलिस फोर्स इस बार यात्रा में लगाई गई थी। मगर किसी ने इसको बड़ा कर दिया और अब स्थिति को संभाला जा रहा है।