नई दिल्ली -एक तरफ संसद भवन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की उपस्थिति में संसद के उद्घाटन का कार्यक्रम चल रहा है वहीं दूसरी तरफ संसद के सामने महिलाओं के सम्मान में विरोध प्रदर्शन कर रहे पहलवानों और उनके समर्थकों की गिरफ्तारी शुरू हो गई है। हंगामे के हालात बने हुए हैं। दिल्ली में अस्थाई जेल बना दी गई है, वहीं हरियाणा में भी खाप पंचायतों के प्रतिनिधियों और महिलाओं की गिरफ्तारी चल रही है।
गाजीपुर बॉर्डर पर भाकियू के कार्यकर्ताओं का पुलिस से हंगामा जारी है। लंबा जाम लग गया है।
आज दिल्ली में महिला पहलवान के समर्थन में नई संसद के सामने पहलवानों ने पंचायत का ऐलान किया था, जिसके लिए खाप पंचायतों ने घोषणा की थी। कल रात से ही पंचायत में लोगों को जाने से रोकने के लिए पश्चिमी उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब में पुलिस प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए थे ,लगातार गिरफ्तारियां चल रही है.
इसी बीच हजारों लोग दिल्ली में अलग-अलग स्थानों पर पहुंच चुके हैं और उन्हें रोकने के लिए दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड लगा दिए हैं। जंतर मंतर पर पहलवान आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं, जिन्हें हिरासत में भी लिया जा रहा है। केंद्रीय सचिवालय और उद्योग भवन मेट्रो स्टेशन के सभी एंट्री और एग्जिट बंद कर दिए गए हैं।
पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा- क्या यह लोकतंत्र है, हम शांतिपूर्ण प्रदर्शन कर रहे हैं और हमारे साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है। हमें गोली मार दो। पूनिया ने कहा कि साक्षी मलिक को भी हिरासत में ले लिया गया है। सिंघु बॉर्डर पर एक स्कूल में अस्थाई जेल बना दी गई है।
इसी बीच हरियाणा से 500 महिलाओं का जत्था लेकर जंतर मंतर आ रही महिला नेता सोनिया दुहन को भी पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। किसान नेता कुलदीप खरड़ ने कहा कि जब तक बृजभूषण की गिरफ्तारी नहीं होती तब तक हरियाणा में सभी टोल को फ्री कर दिया गया है।