मेरठ। मेडिकल थाना क्षेत्र के तेजगढ़ी चौराहे पर पुलिस चौकी के सामने भिखारियों के गुट ने कृष्णा प्लाजा के गार्ड पर हमला कर दिया। उसे बचाने आए व्यापारियों पर भी जानलेवा हमला किया गया। इस हमले में तीन लोग घायल हो गए। पुलिस ने आरोपितों को हिरासत में ले लिया है।
मेरठ शहर में ट्रैफिक सिग्नलों पर भिखारियों के गुट सक्रिय है। हर सप्ताह ये भिखारी चौराहा बदलते हैं। ट्रैफिक सिग्नल पर वाहनों के रुकते ही ये भिखारी मासूम बच्चों को गोद में लेकर वाहन चालको से भीख मांगते हैं। यदि कोई वाहन चालक भीख नहीं देता है, तो उसके साथ अभद्रता की जाती है। सोमवार की देर रात भिखारियों का एक गुट तेजगढ़ी चौराहे स्थित कृष्णा प्लाजा में घुस गया। इस पर वहां तैनात गार्ड नानपुर गांव निवासी राणा सिंह ने उन्हें रोकने का प्रयास किया तो भिखारियों ने धारदार हथियारों से हमला कर दिया। गार्ड के चिल्लाने की आवाज सुनकर कृष्णा प्लाजा स्थित लाइब्रेरी संचालक आकाश पुत्र सतेन्द्र और एक होटल कर्मचारी सौरव ने गार्ड को बचाने का प्रयास किया तो भिखारियों ने उन पर भी हमला कर दिया। इस हमले में तीनों घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने तीनों को अस्पताल में भेजा, जहां पर आकाशा की हालत की हालत गंभीर बनी हुई है।
मंगलवार को इस घटना के विरोध में कृष्णा प्लाजा के व्यापारी इकट्ठा हो गए और विरोध प्रदर्शन किया। व्यापारियों ने कहा कि भिखारियों ने पूरे शहर के चौराहों पर आतंक फैलाया हुआ है। पुलिस सबकुछ जानने के बाद भी शांत बैठी है। अगर भिखारियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो आंदोलन किया जाएगा। इस अवसर पर विजय स्वामी, राहुल वर्मा, संजय कुमार, अंकित कुमार, संजय राणा आदि उपस्थित रहे। पुलिस ने तीन भिखारियों को हिरासत में लिया है और उनसे पूछताछ कर रही है।