नई दिल्ली। दूरसंचार कंपनी रिलायंस जियो के ग्राहकों की संख्या 2026 तक 50 करोड़ होने की उम्मीद है। यह अनुमान ब्रोकरेज हाउस बर्नस्टीन ने एक रिपोर्ट में लगाया गया है।
रिपोर्ट के अनुसार, इस दौरान रिलायंस जियो न केवल 50 करोड़ ग्राहकों के जादुई आंकड़े को छू लेगा, वर्ष 2026 तक उसकी बाजार हिस्सेदारी भी बढ़कर करीब 48 प्रतिशत और कुल राजस्व में हिस्सेदारी करीब 47 प्रतिशत रहने की संभावना है।
रिलायंस जियो की ओर से बुधवार को जारी एक विज्ञप्ति के अनुसार उसके मौजूदा ग्राहकों की संख्या 43 करोड़ 30 लाख है और 50 करोड़ तक पहुंचने के लिए रिलायंस जियो को अगले तीन वर्षों में लगभग छह करोड़ 70 लाख नए ग्राहक जोड़ने होंगे।
बर्नस्टीन की रिपोर्ट में आगे बताया गया है कि फिलहाल मोबाइल टैरिफ में कोई खास बढ़ोतरी देखने को नहीं मिलेगी। वर्ष 2016 में जियो बाजार में उतरा था, उसके बाद से मोबाइल सेवा की दरों में तेज गिरावट देखने को मिली। कंपनियों के बीच मूल्य प्रतिस्पर्धा के कारण मोबाइल सेवा प्लान 95 प्रतिशत तक सस्ते हो गए।
रिपोर्ट के अनुसार, वित्त वर्ष 2025-26 तक जियो का उसके प्रत्येक उपयोगकर्ता से औसत मासिक राजस्व (आरपीयू) करीब 225 रुपये तक पहुंच जाएगा। बर्नस्टीन का अनुमान है कि 5जी से जियो के लिए राजस्व के नए रास्ते खुलेंगे और इसी वजह से आरपीयू में बढ़ोतरी होगी।
बर्नस्टीन की रिपोर्ट में वोडाफोन-आइडिया के लिए अच्छी खबर नहीं है। रिपोर्ट के मुताबिक वर्ष 2025-26 तक वोडा आइडिया की बाजार हिस्सेदारी पांच फीसदी लुढ़क कर 17 प्रतिशत तक रह जाएगी और राजस्व में हिस्सा घट कर 13 प्रतिशत रह जाएगा। इस दौरान भारती एयरटेल की बाजार हिस्सेदरी में एक प्रतिशत बढ़ोतरी होने का अनुमान है। रिपोर्ट के अनुसार वोडा-आइडिया के नुकसान का अधिकांश सीधा लाभ रिलायंस जियो को ही मिलेगा।