नई दिल्ली। दिल्ली के स्कूलों को बीते 20 दिनों से मिल रही बम धमकियों का रहस्य पुलिस ने सुलझा लिया है। पुलिस जांच में सामने आया कि ये धमकियां किसी आतंकी साजिश का हिस्सा नहीं, बल्कि स्कूल के छात्रों की शरारत थीं। दो अलग-अलग स्कूलों के छात्रों ने परीक्षाओं से बचने के लिए अपने स्कूल प्रशासन को धमकी भरे ईमेल भेजे।
चेयरपर्सन मीनाक्षी स्वरुप ने किया निर्माण कार्य का निरीक्षण, सड़क खुदवाकर देखी निर्माण की गुणवत्ता
धमकी भेजने वाले छात्रों ने अपना अपराध स्वीकार कर लिया है। उन्होंने बताया कि परीक्षा की तैयारी पूरी न होने के कारण उन्होंने यह कदम उठाया ताकि स्कूल कुछ दिन बंद रहे और परीक्षाएं टल जाएं। उनके इस खतरनाक मज़ाक के चलते स्कूल प्रशासन और पुलिस सतर्क हो गई, लेकिन जांच में मामला छात्रों की शरारत निकला।
दिल्ली पुलिस के अनुसार, ईमेल भेजने वाले दोनों छात्र नाबालिग हैं। पुलिस ने उनकी काउंसिलिंग की और भविष्य में ऐसा न करने की सख्त हिदायत दी। उनके माता-पिता को बुलाकर चेतावनी दी गई है कि वे बच्चों पर ध्यान दें।
मुजफ्फरनगर में प्रेमी-प्रेमिका को 500 रुपए घंटा पर देते थे केबिन, बुद्धा कैफे पुलिस ने किया सील
धमकी पाने वाले स्कूलों में एक वेंकटेश्वर ग्लोबल स्कूल भी है। यह धमकी 28 नवंबर को रोहिणी के प्रशांत विहार पीवीआर मल्टीप्लेक्स में हुए धमाके के अगले दिन मिली थी। रोहिणी के ही एक अन्य स्कूल को भी ऐसा ईमेल भेजा गया।