पटना। बिहार बोर्ड की इंटरमीडिएट परीक्षा 2025 में पश्चिमी चंपारण के हर्नाटांड़ की प्रिया जायसवाल ने साइंस स्ट्रीम में पहला स्थान हासिल कर पूरे राज्य में इतिहास रच दिया है। प्रिया ने 484 अंक (96.8 प्रतिशत) प्राप्त किए हैं, जिससे पूरे जिले में जश्न का माहौल है। हर्नाटांड़ इलाका कभी माओवादी गतिविधियों के लिए कुख्यात था, जहां शिक्षा की सुविधाएं सीमित थीं। प्रिया के पिता संतोष जायसवाल ने बेटी की पढ़ाई को प्राथमिकता दी और परिवार को हर्नाटांड़ बाजार में शिफ्ट कर दिया, जिससे प्रिया को बेहतर शिक्षा का अवसर मिला। प्रिया ने अपनी सफलता का श्रेय माता-पिता, शिक्षकों और कड़ी मेहनत को दिया। उन्होंने कहा, “संघर्ष कितना भी बड़ा हो, अगर हौसला बुलंद हो, तो हर बाधा को पार किया जा सकता है।” प्रिया ने कहा, “मुझे काफी खुशी हो रही है। मुझे उम्मीद नहीं थी कि मैं प्रथम स्थान प्राप्त करूंगी। घर में मम्मी-पापा ने पढ़ाई का माहौल बनाया था। मुझ से घर का कोई काम नहीं करवाया जाता था, मैं सिर्फ पढ़ाई पर ध्यान देती थी।” प्रिया ने कहा कि वह आगे मेडिकल की पढ़ाई करना चाहती हैं।
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उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में बेटियां आगे हैं। बेटी सिर्फ घर तक ही सीमित नहीं हैं। गांव में नेटवर्क नहीं आता था, जिस वजह से परिवार बाजार में शिफ्ट हो गया, ताकि ऑनलाइन पढ़ाई में दिक्कत न हो। उन्होंने बताया कि लड़का और लड़की में अब कोई फर्क नहीं है। सरकार भी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से लड़कियों को सपोर्ट कर रही है। प्रिया ने कहा कि जब सुनीता विलियम्स एक महिला होकर अंतरिक्ष में जा सकती हैं, तो हम सफल क्यों नहीं हो सकते हैं। प्रिया के पिता संतोष जायसवाल ने कहा कि प्रिया पूरे बिहार में साइंस में प्रथम स्थान लाई है। वह आगे डॉक्टर बनना चाहती है। शुरू से ही वह पढ़ने में काफी अच्छी रही है। उन्होंने बताया कि प्रिया ने 10वीं की बोर्ड परीक्षा में भी आठवां स्थान प्राप्त किया था। प्रिया की मां रीमा देवी ने कहा कि बेटी ने बिहार में नाम रौशन किया है। वह शुरू से ही पढ़ने में काफी आगे रही है। वह काफी मेहनती है। हम लोगों का सपना है कि प्रिया डॉक्टर बने। उल्लेखनीय है कि वैशाली जिले के चेहराकलां प्रखंड के अबाबकरपुर गांव की अंकिता कुमारी ने आर्ट्स स्ट्रीम में बिहार टॉप कर अपने जिले और राज्य का नाम रोशन किया है।
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अंकिता के पिता अनिल कुमार शर्मा एक मोटरसाइकिल मिस्त्री हैं। उन्होंने अपनी बेटी की सफलता पर खुशी जाहिर की। अंकिता ने राजकीय ब्रह्मआनंद उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से पढ़ाई की और अपनी सफलता का श्रेय शिक्षकों, माता-पिता और कड़ी मेहनत को दिया। उन्होंने कहा, “अगर जीवन में कुछ बड़ा करना है, तो सेल्फ स्टडी और मानसिक संतुलन बेहद जरूरी है।” कॉमर्स स्ट्रीम में भी छात्राओं ने बढ़त बनाई। पहले स्थान पर रौशनी कुमारी (वैशाली) रहीं, जिन्होंने 500 में से 475 अंक प्राप्त कर 95 प्रतिशत स्कोर किया। छात्राओं की इस ऐतिहासिक सफलता से पश्चिमी चंपारण और वैशाली जिलों में जश्न का माहौल है। इन छात्राओं की सफलता यह साबित करती है कि अगर मेहनत और हौसला हो, तो कोई भी बाधा लक्ष्य को पाने से रोक नहीं सकती।