नई दिल्ली। दिल्ली की कालकाजी विधानसभा सीट से भाजपा उम्मीदवार रमेश बिधूड़ी अपने विवादित बयान को लेकर चर्चा में हैं। रविवार को एक चुनावी जनसभा में उन्होंने कांग्रेस सांसद प्रियंका गांधी पर टिप्पणी करते हुए कहा, “हम कालकाजी की सड़कों को प्रियंका गांधी के गालों की तरह चिकना बनाएंगे।” उनके इस बयान के बाद राजनीतिक हलकों में हंगामा मच गया।
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बिधूड़ी ने विवाद बढ़ने पर सोमवार को सोशल मीडिया पर पोस्ट जारी कर खेद व्यक्त किया। उन्होंने कहा, “मेरे बयान को कुछ लोग गलत संदर्भ में पेश कर रहे हैं। मेरा उद्देश्य किसी को अपमानित करना नहीं था। फिर भी, अगर मेरे बयान से किसी की भावनाएं आहत हुई हैं, तो मैं खेद प्रकट करता हूं।”
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कांग्रेस पार्टी ने बिधूड़ी के बयान को महिलाओं का अपमान और राजनीतिक संवाद की गरिमा का हनन बताया। कालकाजी से कांग्रेस उम्मीदवार और महिला कांग्रेस की अध्यक्ष अलका लांबा ने भाजपा नेता पर निशाना साधते हुए कहा, “रमेश बिधूड़ी ने अपनी चिर-परिचित अमर्यादित भाषा में महिलाओं का अपमान किया है। क्या कालकाजी की जनता ऐसे व्यक्ति को चुनेगी, जिसे न तो सदन की गरिमा का ख्याल है और न ही महिलाओं के सम्मान का?”
लांबा ने बिधूड़ी से सार्वजनिक रूप से माफी की मांग की और कहा कि “यह बयान न केवल महिलाओं का अपमान है, बल्कि समाज में महिलाओं की स्थिति को लेकर भाजपा की मानसिकता का प्रतीक भी है।”
कांग्रेस के साथ-साथ महिला संगठनों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने भी इस बयान की आलोचना की है। कई संगठनों ने इसे महिलाओं के खिलाफ असंवेदनशीलता करार दिया और चुनाव आयोग से मामले का संज्ञान लेने की मांग की है।
रमेश बिधूड़ी इससे पहले भी अपने विवादित बयानों के कारण सुर्खियों में रह चुके हैं। पिछले साल लोकसभा सत्र के दौरान उन्होंने बहुजन समाज पार्टी के सांसद दानिश अली पर आपत्तिजनक टिप्पणी की थी, जिसके कारण मामला लोकसभा की विशेषाधिकार समिति के पास भेजा गया था।
इस प्रकरण पर भाजपा की ओर से अब तक कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। हालांकि, बिधूड़ी द्वारा खेद जताने को पार्टी की ओर से सफाई देने की कोशिश माना जा रहा है।
सियासी विश्लेषकों का मानना है कि भाजपा के लिए यह बयान चुनाव के दौरान मुश्किलें खड़ी कर सकता है। महिला वोटरों पर विशेष ध्यान केंद्रित कर रही कांग्रेस इस बयान को अपने पक्ष में भुनाने की पूरी कोशिश करेगी।