नई दिल्ली। भाजपा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड को ऐतिहासिक बनाने के लिए खास तैयारी की है। 100वें एपिसोड का लाइव प्रसारण देशभर में 4 लाख सेंटरों में होगा। भाजपा के सभी सांसद, विधायक, चुने गए जन-प्रतिनिधि तथा पार्टी के सभी पदाधिकारी इस कार्यक्रम में शामिल होंगे। देश भर के विभिन्न सामजिक संगठन, सिविल सोसायटी एवं अन्य संस्थाएं भी ‘मन की बात’ के इस कार्यक्रम में बढ़-चढ़ कर भाग लेंगे। यहां तक कि विश्व भर में प्रवासी भारतीय भी प्रधानमंत्री के ‘मन की बात’ के इस 100वें एपिसोड को सुनेंगे।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव दुष्यंत गौतम ने 30 अप्रैल, 2023 को प्रसारित होने जा रहे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ‘मन की बात’ के 100वें एपिसोड को ऐतिहासिक बनाने और इसे व्यापक स्वरूप देने के लिए भाजपा की तैयारियों को लेकर एक विस्तृत कार्यक्रम जारी करते हुए बताया कि देशभर में बूथ स्तर पर लगभग 4 लाख सेंटरों में इसके प्रसारण की अभूतपूर्व व्यवस्था की जा रही है। हर विधानसभा में लगभग 100 से अधिक स्थानों पर इसे बड़े स्तर पर आयोजित किया जाएगा जिसमें स्थानीय सांसद, विधायक एवं चुने गए जन-प्रतिनिधि तथा पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारी एवं पार्टी कार्यकर्ता कार्यक्रम के संयोजन की व्यवस्था में शामिल होंगे। इसके साथ ही, सिविल सोसायटी, देश भर के विभिन्न सामजिक संगठन एवं अन्य संस्थाएं भी इसमें बढ़-चढ़ कर भाग लेने के लिए आगे आ रही हैं। यही नहीं, विश्व भर में प्रवासी भारतीय भी इसमें अपनी सहभागिता सुनिश्चित कर रहे हैं। भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह सहित पार्टी के सभी वरिष्ठ नेता देश के विभिन्न स्थानों पर ‘मन की बात’ कार्यक्रम में शामिल होगें।
‘मन की बात’ कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए पार्टी के सभी सांसदों, विधायकों एवं चुने हुए जन-प्रतिनिधियों को जिम्मेदारियां दी गई हैं। प्रदेश पदाधिकारियों को एक-एक जिले की जिम्मेदारी दी गई है। सभी सांसद, विधायक एवं जन-प्रतिनिधि अपने-अपने क्षेत्रों में इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए जुटे हुए हैं। आकाशवाणी द्वारा प्रसारित किए जाने वाले इस कार्यक्रम में प्रधानमंत्री मोदी देश की जनता से सीधा संवाद करते हैं।
आपको बता दें कि ‘मन की बात’ का प्रसारण 3 अक्टूबर, 2014 को प्रारंभ हुआ था। इसे 52 भारतीय भाषाओं-बोलियों और 11 विदेशी भाषाओं में प्रसारित किया जाता है। 27 जनवरी, 2015 को अमेरिका के तत्कालीन राष्ट्रपति बराक ओबामा भी प्रधानमंत्री मोदी के साथ इस कार्यक्रम में शामिल हुए थे।
गौरतलब है कि पिछले दिनों आईआईएम रोहतक के द्वारा मन की बात पर विस्तृत सर्वे किया गया, जिसमें यह निकल कर आया था कि मन की बात कार्यक्रम से देश के लगभग 96 प्रतिशत लोग परिचित हैं। अभी तक इस कार्यक्रम को लगभग 100 करोड़ से ज्यादा लोग सुन चुके हैं। लगभग 23 करोड़ लोगों ने मन की बात कार्यक्रम को नियमित रूप से देखा या सुना है। इसी सर्वे के अनुसार- मन की बात नागरिकों के व्यवहार, विचार एवं मनोस्थिति को सकारात्मक रूप से प्रभावित करती है। लगभग 60 प्रतिशत लोगों ने राष्ट्र निर्माण के लिए कार्य करने में रूचि दिखाई है। लगभग 55 प्रतिशत लोग राष्ट्र के एक जिम्मेदार नागरिक बनने की पुष्टि करते हैं। लगभग 73 प्रतिशत लोग देश की प्रगति के बारे में आशावादी महसूस करते हैं।