मुजफ्फरनगर। लोकसभा चुनाव की गरमा गरम चुनावी भागदौड़ के बीच मुजफ्फरनगर में भाजपा के फायर ब्रांड नेता और वर्तमान में काफी चर्चाओं में बने पूर्व विधायक ठाकुर संगीत सोम आज शुक्रवार को आर्य समाज के इस कार्यक्रम में शामिल हुए। उन्होंने आर्य समाज को वर्तमान में देश और धर्म का सच्चा रक्षक बताते हुए कहा कि महर्षि दयानंद सरस्वती ने दुनिया को आर्य समाज और सनातन संस्कृति के धार्मिक और राष्ट्रहित के दृष्टिकोण से परिचित कराया और आज के युवाओं को आर्य समाज से जुड़ने की आवश्यकता है।
बता दें कि मुजफ्फरनगर सीट से तीसरी बार भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में उतरे केन्द्रीय राज्यमंत्री डाॅ. संजीव बालियान का ठाकुर चैबीसी सरधना के गांवों में हो रहे विरोध और राजपूत समाज के द्वारा सात अपै्रल को भाजपा और संजीव बालियान के खिलाफ नानौता, सहारनपुर में प्रस्तावित महापंचायत के बीच बने तनातनी के माहौल के बीच भाजपा के पूर्व विधायक संगीत सोम के जिला मुख्यालय पर आने की खबर से ही सियासी हलचल बन गई थी। शुक्रवार को सवेरे संगीत सोम अपने समर्थकों के साथ सरधना से आर्य समाज रोड स्थित आर्य समाज शहर में पहुंचे। यहां पर आर्य समाज शहर के द्वारा महर्षि दयानंद सरस्वती की 200वीं जयंती के अवसर पर आयोजित किये जा रहे कार्यक्रम में शामिल हुए और हवन में आहुति दी। भाजपा प्रत्याशी संजीव बालियान के राजपूत समाज में हो रहे विरोध को लेकर पूर्व विधायक संगीत सोम पर भी कई सवाल उठ रहे हैं। पिछले दिनों पीएम मोदी की रैली में मेरठ के दौराला आये मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दोनों को बैठाकर वार्ता भी की थी। इसी को लेकर आज संगीत सोम के मुजफ्फरनगर आने के कारण सियासी हलचल तेज रही, लेकिन माहौल को भांपकर संगीत सोम अपने परम्परागत अंदाज के विपरीत ही नजर आये।
इस दौरान उन्होंने मीडिया को दिये अपने बयान में कहा कि मैं सौभाग्शाली हूं कि मुझको आर्य समाज के लोगों के द्वारा यहां पर दयानंद सरस्वती जी की जयंती पर हवन के लिए आमंत्रित किया है। आर्य समाज के इस कार्यक्रम में मैं किसी राजनीतिक दल का प्रतिनिधि या राजनेता के रूप में नहीं आया हूं। मैं एक परिवार के सदस्य के रूप में यहां पर उपस्थित हुआ। आर्य समाज का कोई विशेष एजेंडा नहीं है। सभी आर्य समाज के लोगों के साथ बैठकर प्रसन्नता हुई है। आर्य समाज के लोग देश और धर्म के उत्थान के लिए काम कर रहे हैं। पिछले कुछ दिनों से इस क्षेत्र में आर्य समाज की गतिविधियों में काफी बढ़ोतरी हुई है। यह व्यवस्था देशहित के लिए है। उन्होंने कहा कि आज देश के युवाओं को आर्य समाज के कार्यक्रमों से जुड़ने की महती आवश्यकता है, ताकि नई पीढ़ी संस्कारवान बनने के साथ ही राष्ट्रवादी भी बने और अपने देश तथा धर्म की रक्षा के लिए उनका शत प्रतिशत समर्पण बना रहे।