छिंदवाड़ा- केन्द्रीय मंत्री प्रहलाद पटेल ने आज कहा कि भारतीय जनता पार्टी का कार्यकर्ता हर बूथ पर प्रतिदिन पार्टी के दो वोट बढ़ाने का कार्य करें। जब यह लक्ष्य लेकर हम जनता के बीच जाएंगे तो निश्चित ही पार्टी को विधानसभा चुनाव में ऐतिहासिक सफलता मिलेगी।
श्री पटेल जिले के परासिया में शक्ति सम्मेलन और भाजपा प्रत्याशी ज्योति डेहरिया के समर्थन में कार्यकर्ताओं को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने कहा कि भाजपा ने हमें जो दिया है, उसे वापस करने का सही समय आ गया है। भाजपा की नीतियां सदैव जनहित का पर्याय रही हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का गुजरात कार्यकर्ताओं के लिए आदर्श राज्य है। हम भाजपा के संस्थापक पंडित श्यामा प्रसाद मुखर्जी और प्रेरणास्त्रोत पंडित दीनदयाल उपाध्याय के वंशज हैं, हम हार नहीं मान सकते। श्री पटेल ने पांढुर्णा में पार्टी प्रत्याशी प्रकाश उइके के समर्थन में ग्राम सिवनी में भी जनसभा को संबोधित किया।
परासिया में शक्ति सम्मेलन को संबोधित करते हुए केंद्रीय मंत्री ने कहा प्रधानमंत्री श्री मोदी के गृहराज्य गुजरात के कार्यकर्ता कई मामलों में हमारे आदर्श हो सकते हैं। वे चुनाव प्रचार में खुद को पूरी तरह से झोंक देते हैं और आश्चर्य यह है कि जितनी वोटों का अनुमान वे पर्चियों में लिखकर देते हैं, वो परिणाम आने के बाद सटीक उतरता है। मध्यप्रदेश में भी संगठन के तौर पर हम बेहद मजबूत हैं, हमें फिर से अपनी ताकत को जगाना होगा। हमें हर स्थिति में पार्टी के साथ दीवार बनकर खड़ा होना है।
श्री पटेल ने परासिया में नव मतदाता सम्मेलन में युवाओं से संवाद करते हुए कहा कि भाजपा ही है, जो युवाओं और महिलाओं के भविष्य के लिये कृत संकल्पित होकर कार्य कर रही है। भाजपा का कमल खिलाना देश और समाज के हित में हैं। देश का युवा सामाजिक-राजनैतिक क्रांतियों का वाहक होता है और भारत को आज एक क्रांति की आवश्यकता है।
उन्होंने पांढुर्णा में भाजपा प्रत्याशी प्रकाश उइके के समर्थन में ग्राम सिवनी में आयोजित कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि भाजपा का कार्यकर्ता हर मायने में बेमिसाल है। पार्टी के लिये काम करने के लिये जो जोश भाजपा के कार्यकर्ताओं में है, वो देश की अन्य किसी पार्टी के पास नहीं है और यही हमारी असली ताकत है। भाजपा का हर कार्यकर्ता पार्टी का कमल खिलाने में जुट जाए। भाजपा ही एकमात्र राजनैतिक दल है,जो सिर्फ कार्यकर्ताओं के बलबूते पर यहां तक पहुंचा है। शेष दलों में नेताओं की गिनती करना मुश्किल है।