लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानमंडल का मानसून सत्र सोमवार (29 जुलाई) से शुरू होकर 02 अगस्त तक चलेगा। इससे पहले रविवार को विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने सर्वदलीय बैठक बुलाई। उन्होंने सत्र को सुचारू रूप से चलाने के लिए सभी दलों से सहयोग किए जाने की अपील की।
विधान सभा अध्यक्ष ने नेताओं से कहा कि वे सदन में अपनी बात शालीनता एवं संसदीय मर्यादा के साथ रखें और प्रेमपूर्ण वातावरण में सदन में बहस करें। उन्होंने कहा कि संसदीय व्यवस्था में संवाद और सकारात्मक चर्चा-परिचर्चा के जरिए लोकतंत्र मजबूत होता है। सदन में सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच सार्थक चर्चा होनी चाहिए। यह देश की सबसे बड़ी विधान सभा है। स्वाभाविक रूप से उत्तर प्रदेश विधान सभा की कार्यवाही पूरे देश के विधानमंडलों के लिए एक आदर्श भी उपस्थित करती है। इससे पहले महाना ने नवनियुक्त नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे को बधाई देते हुए कहा कि उनके लम्बे राजनीतिक अनुभव का लाभ विधानसभा को मिलेगा।
संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने कहा कि अध्यक्ष ने अपनी विशिष्ठ कार्यशैली से देश में उत्तर प्रदेश का गौरव बढ़ाया है। नई परम्पराओं के कारण विधानसभा अब देश के लिए एक रोल माडल बन चुकी है। इसलिए इसकी गरिमा बनाए रखने में सभी दलों से सहयोग की अपेक्षा है। उन्होंने सभी नेताओं को आश्वस्त किया कि सरकार पूरी गम्भीरता के साथ सदन में सदस्यों के प्रस्तावों को सकारात्मक रूप से तथा विकास को नई गति देने और उसे आगे बढ़ाने के लिए कार्य करेगी।
इस अवसर पर नेता प्रतिपक्ष माता प्रसाद पांडे को संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना, नेता विधानमंडल सुभासपा ओमप्रकाश राजभर, भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस की आराधना मिश्रा और जनसत्ता दल लोकतांत्रिक के विधायक रघुराज प्रताप सिंह उर्फ राजा भैया ने भी बधाई दी।
इससे पूर्व कार्य-मंत्रणा समिति की बैठक में विधानसभा के द्वितीय सत्र के उपवेशनों में लिए जाने वाले कार्यों के सम्बन्ध में विचार विमर्श किया गया। बैठक में संसदीय कार्यमंत्री सुरेश कुमार खन्ना, पर्यटन मंत्री जयवीर सिंह, महिला कल्याण एवं बाल विकास पुष्टाहार मंत्री बेबी रानी मौर्य, उच्च शिक्षा मंत्री योगेन्द्र उपाध्याय, कार्यंमंत्रणा समिति सदस्य सुशील कुमार शाक्य, जयप्रताप सिंह, रविदास मेहरोत्रा तथा विशेष आमंत्रित सदस्य राम निवास वर्मा, राजपाल सिंह बालियान, अनिल कुमार त्रिपाठी, पंचायती राज मंत्री ओमप्रकाश राजभर, कांग्रेस सदस्य आराधना मिश्र मोना, रघुराज प्रताप सिंह और रामनरेश अग्निहोत्री ने अपने अपने विचार रखे।