मोरना। तीर्थनगरी शुकतीर्थ में बह रही गंगा में काला बदबूदार पानी निरंतर बह रहा है, जिसके चलते गंगा घाट पर चौथे दिन भी स्नान बंद रहा। राजस्थान से आए अनेक श्रद्धालु गंगा स्नान किए बगैर ही वापिस लौट गए। चार दिन बाद भी कार्रवाई नहीं होने से संत समाज में रोष बना है।
भोपा थाना क्षेत्र की तीर्थनगरी शुकतीर्थ में बह रही गंगा में चौथे दिन सोमवार को भी उत्तराखंड हरिद्वार की ओर से काला बदबूदार पानी निरंतर बहता रहा है, जिसको देख चौथे दिन भी घाट पर गंगा स्नान करना बंद रहा। राजस्थान के जयपुर, चित्तौडग़ढ़, कोटा, अजमेर, जोधपुर आदि जिलों से बड़ी संख्या से श्रद्धालु गंगा घाट पर पहुंचे तथा गंगा में काला पानी देखकर दंग रह गए।
श्रद्धालु घंटों तक गंगा घाट की पैडियोंं पर बैठे रहे और बाद में मन मारकर स्नान किए बगैर ही वापस लौट गए।
श्री गंगा सेवा समिति के महामंत्री महकार सिंह ने बताया कि उत्तर प्रदेश प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड के क्षेत्रीय अधिकारी अंकित सिंह के निर्देशन में बीते शुक्रवार को सहायक पर्यावरण अभियंता इमरान अली, जूनियर रिसर्च फैलो मनीष कुमार व आलम सैफी ने गंगा में चार जगह से काला पानी के सैम्पल लिए थे, जिसकी रिपोर्ट में गंगा में लक्सर की ओर से बह रहे काला बदबूदार पानी में ऑक्सीजन की मात्रा कम पाई गई है, जिसके चलते जलीय जीवों के जीवन पर संकट छाया है, लेकिन चार दिन बीतने पर भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है।