नई दिल्ली। हाल ही में ओलंपिक में अल्जीरियाई बॉक्सर इमान खलीफ के महिला वर्ग में हिस्सा लेने को लेकर विवाद सामने आया। इमान खलीफ ने महिला बॉक्सिंग में ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतकर इतिहास रचा, लेकिन उन पर लगाए गए “जेंडर विवाद” ने इस उपलब्धि पर सवाल उठाए।
यह विवाद उस समय शुरू हुआ जब 2023 में खलीफ को अंतर्राष्ट्रीय बॉक्सिंग एसोसिएशन (IBA) द्वारा “जेंडर एलिजिबिलिटी” टेस्ट में अयोग्य घोषित कर दिया गया था, जिसमें उनके शरीर में XY क्रोमोसोम पाए गए थे, जो आमतौर पर पुरुषों में होते हैं। इससे प्रतियोगिता में उनके भाग लेने पर रोक लगा दी गई थी
हालांकि, अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) ने स्पष्ट किया कि यह कोई ट्रांसजेंडर मुद्दा नहीं है। इमान ने हमेशा महिला के रूप में ही अपना जीवन बिताया है, और उन पर किसी भी प्रकार की जेंडर ट्रांजिशन का मामला नहीं है। इस घटना ने खेल जगत में महिलाओं के लिए जेंडर टेस्टिंग नियमों पर बहस छेड़ दी है।
IOC के बयान के अनुसार, खलीफ ने ओलंपिक में प्रतिस्पर्धा करने के लिए सभी आवश्यक शर्तें पूरी की हैं, और इसी आधार पर उन्हें महिला वर्ग में प्रतिस्पर्धा करने की अनुमति दी गई थी।