कैराना। प्रशासन की अनदेखी के चलते कैराना तहसील क्षेत्र में मौजूद सभी कस्बों में अवैध कालोनियों के कटने का कारोबार तेजी से शुरू हो गया है। जहां प्रोपर्टी डीलर सरकारी मनकों को ठेंगा दिखा चारदीवारी कर लोगों को कालोनी में अच्छी सुविधा के नाम पर लुभाने में लगे है। संबंधित विभाग के अधिकारी इस ओर आंख बंद करके बैठे हैं। पहले से कटी कालोनियों में भी धड़ल्ले से मकान निर्माण का काम तेजी से किया जा रहा है।
जनपद शामली में पांच छः माह पूर्व अवैध कालोनियों के खिलाफ सरकारी चाबूक चलने के बाद अवैध प्लाटिंग हुई कालोनियों पर बल्डोजर जलाया गया था। तहसील क्षेत्र में मौजूद कस्बों में बेखौफ प्रोपर्टी डीलर सरकारी गाइडलाइंस का उल्लंघन करने के बाद जमकर कालोनियां काट रहे है। जबकि मानकों को पूरा किये बिना अवैध कालोनी काटने पर पूर्णत पाबंदी है।
इसके बावजूद भी कालोनी काटने वालों के खिलाफ सरकार की तरफ से सख्त कार्रवाई की हिदायत भी दी हुई है। परंतु इसके बावजूद भी नगर एवं क्षेत्र में प्रोपर्टी डीलर अवैध कालोनी काटने से नहीं रुक रहे है। नगर के झाड़खेड़ी , खुरगान, झिंझाना व पानीपत मार्ग सहित तहसील क्षेत्र के कांधला व झिंझाना कस्बों में भी प्रोपर्टी का कारोबार करने वाले लोग अवैध कालोनी काटने में लगे है। जहां जमीन की चारदीवारी करने के अलावा मकान निर्माण व नींव तक भरने का काम हो रहा है, विभाग की तरफ से ऐसी कालोनियों पर कार्रवाई की बात को दूर, सुध तक नहीं ली जा रही है।
अवैध कालोनी से ये होती है परेशानी
नई नई कटने वाली अवैध कालोनियों में प्लाट भले ही सस्ते दाम में मिल जाते हो, लेकिन वहां मूलभूत सुविधाओं व अन्य काम को लेकर दिक्कत होती है। अवैध कालोनियों में न तो नपा विकास करा पाती है और न ही वहां बनने वाले मकानों के नक्शे पास हो पाते है। हाल की बात करे तो नगर में दर्जन भर से ज्यादा अवैध कालोनी है। जिसके चलते वहां के लोगों को विकास के लिए तरसना पड़ रहा है।
विद्युत पोल आखिर कैसे है मौजूद
नगर एवं क्षेत्र में मौजूद अवैध कालोनियों में डीलरों द्वारा पन्द्रह फुट के मार्ग कालोनियों में बनाकर उन पर विद्युत पोल खड़े कर रखे है। बिना परमिशन के अवैध कालोनियों में विद्युत पोल व मार्ग की चौड़ाई भी मानको पर खरा उतरी नहीं दिख रही है।
आखिर किस की सेय पर चलरहा कारोबार
नगर एवं तहसील क्षेत्र में तेजी से अवैध कालोनियों के काटने कार्य प्रगति पर है। एक जागरूक व्यक्ति ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि प्रशासन से अनुमति मिलने के बाद काटी जानेवाली कालोनी की लंबी परिक्रिया है जिसमे वर्षो लग जाता है। तो यह कार्य आखिर किस की सेय पर तेजी से फेल रहा है।