नोएडा। सेक्टर-58 कोतवाली क्षेत्र में बाइक सवार बदमाशों कारोबारी के सीने में गोली मारकर हत्या करने के बाद पांच से सात लाख रुपये लूटकर फरार हो गए। रजत विहार टी प्वाइंट पर देर रात कारोबारी को उस समय गोली मारी गई जब वह आइसक्रीम लेने के लिए अपने घर से बाहर निकले थे। कारोबारी की स्कूटी पर बैठा व्यक्ति घटना के बाद से फरार है। बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित कर दी गई हैं।
मूल रूप से अमरोहा के तखतपुर गांव के रचित चौहान वर्तमान में रजत विहार के सी ब्लाक में रहते थे और उनका खोड़ा में दोने और पत्तल का होलसेल का बिजनेस है। शुक्रवार की देर रात को वह दुकान बंद कर घर के लिए निकले। स्टार इंटरप्राइजेज के नाम से उनकी दुकान है। रात सवा 11 बजे के करीब वह घर के पास टी प्वाइंट पर पहुंचे तभी चेहरा ढककर बाइक पर सवार होकर आए बदमाशों ने उनसे बैग छीनने की कोशिश की। विरोध करने पर बदमाशों ने रचित के सीने में गोली मार दी। पुलिस अभी तक इस बात का पता नहीं लगा पाई है कि गोली पिस्टल, रिवाल्वर या तमंचे से मारी गई है। बदमाशों ने रचित से जो बैग लूटा है उसमें लाखों की नकदी के अलावा दुकान के महत्वपूर्ण दस्तावेज, चाबी और हिसाब-किताब भी है। डीसीपी ने बताया कि आरोपितों की गिरफ्तारी के लिए चार टीमें गठित कर दी गई हैं। पुरानी रंजिश को लेकर भी मामले की जांच जारी है।
वहीं मृतक की पत्नी सिखा चौहान का कहना है कि रात दस बजे के करीब उन्होंने पति को काल की थी तो उन्होंने बताया था कि काम ज्यादा होने के कारण एक घंटे बाद ही घर आ पाउंगा। सवा 11 बजे के करीब पत्नी ने दोबारा फोन किया तो काल नहीं उठी। रात 12 बजे के करीब पुलिस ने फोन उठाकर बताया कि रचित का एक्सीडेंट हो गया है और वह मेट्रो अस्पताल में भर्ती है। आनन-फानन में स्वजन जब अस्पताल पर पहुंचे तो चिकित्सकों ने बताया कि सीने में गोली लगने से रचित की मौत हो गई है। घटना के बाद से परिवार में मातम है। पत्नी का रो-रोकर बुरा हाल है। माता और पिता के आंसू थमने का नाम नहीं ले रहे हैं। चार साल पहले रचित की शादी हुई थी और वह घर का बड़ा बेटा था। छोटा भाई विवेक अभी पढ़ाई कर रहा है और बैंक में नौकरी भी।
लूट के दौरान बदमाश रचित का बैग लेकर तो फरार हो गए लेकिन मोबाइल वहीं गिर गया। रेकी के बाद घटना को अंजाम देने की बात कही जा रही है। रचित की दुकान पर चार लोग काम करते हैं। दो इस समय अवकाश पर हैं। घटना के समय रचित की स्कूटी पर दुकान पर काम करने वाला एक युवक बैठा था। घटना के बाद से वह फरार है। पिता जीवन सिंह का कहना है कि रेकी करने के बाद घटना को अंजाम दिया गया है। दुकान पर काम करने वाले फुटकु को पता था कि रचित कब दुकान से घर जाता है और उसके पास पांच से सात लाख रुपये का कैश रहता है।