गाजियाबाद। लोनी बॉर्डर थाना क्षेत्र से केदारनाथ गए अमित विहार कॉलोनी के कारोबारी श्याम सुंदर (34) 23 दिन बाद भी घर नहीं लौटे हैं। उनका अब तक कुछ पता नहीं चल रहा है। वह दिल्ली निवासी अपने जीजा रवि और उनके दोस्त सोनप्रीत व अश्वनी गौतम के साथ बाइक से गए थे। परिजनों ने सोनप्रयाग के थाने में गुमशुदगी दर्ज कराई है।
अमित विहार कॉलोनी निवासी अशोक ने बताया कि उनके बड़े भाई श्याम सुंदर का दिल्ली के सुशीला गार्डन में पावर बैंक बनाने का कारखाना है। पिछले कुछ समय से कारोबार बंद था। परिवार में पत्नी पूजा और दो साल का बेटा आरव है। श्याम सुंदर अपने जीजा रवि और उनके दोस्त सोनप्रीत व अश्वनी के साथ 28 जुलाई को केदारनाथ गए थे। चारों दो बाइक पर घर से निकले थे। चारों 30 जुलाई को गंगोत्री से गंगाजल लेकर केदारनाथ के बढ़ गए। सोनप्रयाग पहुंचने पर चारों ने सीतापुर की पार्किंग में बाइक खड़ी कर दी थी। इसके बाद पैदल ही यात्रा शुरू कर दी। 31 जुलाई रात करीब सात बजे जीजा रवि ने दिल्ली में अपनी पत्नी आरती से फोन पर आखरी बार बात की थी और बताया था कि वह सभी केदारनाथ से दस किलोमीटर पहले हैं। रास्ते में भारी बारिश हो रही है। मंदिर पहुंचकर उनसे बात करेंगे।
इसके बाद से उनका फोन बंद आ रहा है। जीजा के फोन से ही भाई श्याम सुंदर ने अपनी पत्नी पूजा से भी आखरी बार बात की थी। उन्हें बताया कि वहां बरसात हो रही है और उनका फोन भीग जाएगा, यहां सब ठीक हैं। इसके बाद से रवि और उसके दोस्तों का फोन बंद आने लगा। परिवार के लोग रात से उन्हें फोन करने में लगे लेकिन फोन नहीं मिला। इसके बाद उन्होंने उत्तराखंड सरकार द्वारा जारी किए गए हेल्पलाइन नंबर पर कॉल की पता चला कि आपदा आने से बड़ी घटना हुई है।