Monday, December 16, 2024

कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने इस्तीफे की धमकी दी, विधायक पल्लवी पटेल ने लगाया 25 लाख की रिश्वत का आरोप

लखनऊ। उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री और अपना दल (एस) के नेता आशीष पटेल इन दिनों विवादों के घेरे में हैं। प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष के पदों पर प्रमोशन के दौरान कथित भ्रष्टाचार और अनियमितताओं के आरोप लगने के बाद उन्होंने सोशल मीडिया पर अपना बचाव करते हुए इस्तीफे की धमकी दी है।

मंसूरपुर मिल में कार्यरत श्रमिक की आकस्मिक मौत, मुआवजे की मांग को लेकर भाकियू ने किया हंगामा

 

मामला तब गरमाया जब विधायक पल्लवी पटेल ने एक प्रेसवार्ता में आरोप लगाया कि प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष के पदों पर प्रमोशन के लिए 25-25 लाख रुपए की रिश्वत ली गई। उन्होंने कहा कि यह भ्रष्टाचार मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार की निष्पक्षता और ईमानदारी पर सवाल खड़े करता है।

 

गौत्तमबुद्धनगर के किसान रिहा न हुए तो 23 को होगा बड़ा फैसला, राकेश टिकैत ने किसान नेताओं को दिलाया भरोसा

प्राविधिक शिक्षा विभाग में विभागाध्यक्ष के पदों पर प्रमोशन की प्रक्रिया को लेकर आरोप है कि इसमें बड़े पैमाने पर गड़बड़ी हुई। प्रमोशन के लिए एक कमेटी गठित की गई थी, जिसकी अध्यक्षता तत्कालीन प्रमुख सचिव ने की थी। आरोप है कि इस प्रक्रिया में वंचित वर्गों को नज़रअंदाज किया गया और पैसे लेकर पक्षपातपूर्ण तरीके से पदोन्नति दी गई।

 

यूपी विधानसभा का सत्र आज से, सीएम योगी ने दिए बीजेपी विधायकों को ‘टिप्स’

 

आरोपों पर प्रतिक्रिया देते हुए कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल ने X (ट्विटर) पर लिखा “मीडिया और सोशल मीडिया पर मेरी राजनीतिक हत्या करने के लिए साज़िश के तहत तथ्यहीन और अनर्गल आरोप लगाए जा रहे हैं। मेरे मंत्रित्व काल में प्राविधिक शिक्षा विभाग में वंचित वर्ग से आने वाले कर्मचारियों के हितों की रक्षा के बारे में पूरे उत्तर प्रदेश को पता है।”

 

 

 

उन्होंने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीबीआई जांच की मांग की और कहा कि”मैं तो यहां तक कहता हूं कि दूध का दूध और पानी का पानी करने के लिए बतौर मंत्री अब तक मेरे द्वारा लिए गए एक-एक निर्णय की भी सीबीआई से जांच करा लें।” कहा कि अगर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का आदेश हो, तो वह बिना एक सेकेंड की देरी के मंत्री पद से इस्तीफा दे देंगे।

प्रेसवार्ता में विधायक पल्लवी पटेल ने कहा कि विभागाध्यक्ष के पदों पर प्रमोशन में व्यापक स्तर पर अनियमितताएं हुई हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हर प्रमोशन के लिए 25 लाख रुपए तक की रिश्वत ली गई। वंचित वर्ग के लोगों को प्रमोशन में जानबूझकर दरकिनार किया गया। यह भ्रष्टाचार सरकार की नीयत पर सवाल खड़े करता है।

उत्तर प्रदेश की राजनीति में हलचल मचा दी है। आशीष पटेल ने अपनी पार्टी अपना दल (एस) का बचाव करते हुए कहा कि यह पार्टी हमेशा वंचित वर्गों के अधिकारों की लड़ाई लड़ती रहेगी और ऐसे झूठे आरोपों से डरने वाली नहीं है। उन्होंने अपनी पार्टी को एनडीए (राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन) का एक मजबूत अंग बताया और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा गृह मंत्री अमित शाह के प्रति अपनी निष्ठा व्यक्त की।

आशीष पटेल ने जहां अपनी बेगुनाही का दावा किया है, वहीं विपक्ष इस मुद्दे को लेकर सरकार पर लगातार निशाना साध रहा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से सीबीआई जांच की मांग की गई है। यदि जांच होती है, तो यह मामला राज्य सरकार की छवि और प्राविधिक शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर बड़ा असर डाल सकता है। राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह मुद्दा आगामी लोकसभा चुनाव 2024 में भी बड़ा मुद्दा बन सकता है।

 

- Advertisement -

Royal Bulletin के साथ जुड़ने के लिए अभी Like, Follow और Subscribe करें |

 

Related Articles

STAY CONNECTED

74,303FansLike
5,477FollowersFollow
135,704SubscribersSubscribe

ताज़ा समाचार

सर्वाधिक लोकप्रिय