Wednesday, October 2, 2024

मंगेश एनकाउंटर में एसपी, एसटीएफ प्रभारी समेत पांच के खिलाफ वाद दर्ज

 

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जौनपुर। बहुचर्चित मंगेश यादव एनकाउंटर प्रकरण में मंगेश की मां शीला ने पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर, एसटीएफ प्रभारी डीके शाही व अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या व हत्या षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए सीजेएम कोर्ट जौनपुर में मंगलवार को प्रार्थना पत्र दिया। सीजेएम ने वाद दर्ज करते हुए 11 अक्टूबर 2024 की तिथि नियत करते हुए थानाध्यक्ष बक्सा से रिपोर्ट तलब किया है।

शीला देवी निवासी ग्राम अगरौरा थाना बक्सा ने अधिवक्ता समर बहादुर यादव व ऋषि चंद्र यादव के माध्यम से कोर्ट में पुलिस अधीक्षक सुल्तानपुर, एसटीएफ प्रभारी डीके शाही, कोतवाल सुल्तानपुर, थाना बक्सा पुलिस व अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ हत्या व हत्या षड्यंत्र का आरोप लगाते हुए प्रार्थना पत्र दिया कि 2 सितंबर 2024 की रात 2:00 बजे वादिनी के दरवाजे पर चार-पांच पुलिसकर्मी आए और उसके लड़के मंगेश यादव को जगा कर ले जाने लगे।

पूछने पर बताया कि पूछताछ के लिए ले जा रहे हैं ,छोड़ देंगे। पुनः तीन व चार सितंबर को बक्सा पुलिस देर रात में घर पर आकर वीडियो बनाते हुए कहलवाई की तुम्हारा लड़का दो-तीन माह से घर पर नहीं है। 5 सितंबर को पुलिस आई और कहा कि सुल्तानपुर पोस्टमार्टम हाउस जाकर अपने लड़के मंगेश की लाश लेकर आओ। इस पर वादिनी अवाक रह गई और रोने लगी। गांव के बहुत से लोग आ गए। सुल्तानपुर जाकर मृत शरीर को पोस्टमार्टम हाउस से लाया गया। साथ में पुलिस भी आई। पुलिस उसके लड़के को घर से ले जाकर गोली मारकर हत्या कर दी। मंगेश की फर्जी मुठभेड़ दिखाकर गुड वर्क दिखाने में पुलिस अधीक्षक, एसटीएफ प्रभारी आदि ने हत्या की। 100 रुपए फीस जमा करने के 15 दिन बाद भी आज तक लड़के की पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं दी गई कहा गया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट देने से एसपी ने मना किया है।

मामले की मजिस्ट्रियल जांच चल रही है। शालिनी को निष्पक्ष जांच की उम्मीद नहीं है। न तो एनकाउंटर करने वाले अधिकारियों को उनके पद से हटाया गया न निलंबित किया गया। पुलिस कर्मियों द्वारा साक्ष्य व साक्षियों को प्रभावित करने की संभावना बनी हुई है। मामले की जांच आवश्यक है। वादी ने जरिए हालतनामा एसडीएम सुलतानपुर,मानवाधिकार आयोग,सुप्रीम कोर्ट,हाई कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश,डीजीपी व प्रमुख सचिव को प्रार्थना पत्र दिया है। एसपी व अन्य पुलिस कर्मियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराने की कोर्ट से मांग की गई। इस मामले में हिंदुस्तान समाचार प्रतिनिधि से बुधवार को बात करते हुए वादिनी की अधिवक्ता समर बहादुर यादव और ऋषि यादव ने बताया कि मंगेश यादव की एनकाउंटर नहीं बल्कि हत्या की गई है इस मामले को लेकर लगातार हम लोग निष्पक्ष जांच की मांग कर रहे हैं साथ ही साथ समाजवादी पार्टी के लोग भी हत्या की निष्पक्ष जांच की मांग लगातार कर रहे हैं लेकिन सरकार द्वारा ध्यान नहीं दिया जा रहा है नहीं किसी दोषी अधिकारी के खिलाफ अभी तक कोई कार्रवाई की गई बल्कि मृतक के परिजनों को लगातार पुलिस द्वारा परेशान किया जा रहा है इससे तंग आकर वादिनी ने हम लोगों के माध्यम से न्यायालय में निष्पक्ष जांच के लिए बाद दायर किया है जिससे अगली सुनवाई 11 अक्टूबर को नियत की गई है।

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