गाजियाबाद। सीनियर पासपोर्ट सुपरिटेंडेंट दीपक चंद्रा के खिलाफ केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI) ने आय से अधिक संपत्ति का मामला दर्ज किया है। उन पर 2018 से 2024 के बीच गाजियाबाद स्थित रीजनल पासपोर्ट कार्यालय में तैनाती के दौरान भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप लगे हैं।
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CBI जांच में पाया गया कि उनकी आय में 146.43 प्रतिशत की अप्राकृतिक वृद्धि हुई। रिपोर्ट के मुताबिक, पासपोर्ट अधीक्षक के पद पर रहते हुए दीपक चंद्रा ने कुल 1 करोड़ 43 लाख 16 हजार 115 रुपये की संपत्ति अर्जित की, जो उनकी वैध आय के स्रोतों से 85 लाख 6 हजार 900 रुपये अधिक पाई गई।
CBI ने राजनगर एक्सटेंशन स्थित उनके फ्लैट पर छापेमारी की। बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले उनके खिलाफ गोपनीय शिकायत की गई थी, जिसके बाद मामले की जांच शुरू हुई। अधिकारियों ने गोपनीयता बरतते हुए उनके आवास पर तलाशी अभियान चलाया, हालांकि इस मामले में अधिकारी कोई आधिकारिक बयान देने से बच रहे हैं।
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बिहार के पटना निवासी दीपक चंद्रा, रमेश प्रसाद यादव के पुत्र हैं। उन्होंने 2015 में पासपोर्ट विभाग में सहायक अधीक्षक के पद पर 4200 रुपये ग्रेड वेतन पर जॉइन किया था।
गाजियाबाद में तैनाती के दौरान उन पर भ्रष्टाचार के आरोप लगने लगे थे। 30 जुलाई 2018 को उन्होंने अपने फ्लैट की बुकिंग राशि का भुगतान किया था और नवंबर 2024 तक बैंक खातों में संदिग्ध लेन-देन के जरिए पैसा जमा किया।