नई दिल्ली। केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने शुक्रवार को 538 करोड़ रुपये के बैंक धोखाधड़ी मामले में जेट एयरवेज के पुराने कार्यालयों और इसके संस्थापक नरेश गोयल के आवास पर छापेमारी की। सूत्रों ने यह जानकारी दी। सूत्रों ने कहा कि उन्होंने केनरा बैंक की शिकायत पर बैंक धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया। एक सूत्र ने कहा कि आरोप अन्य अनियमितताओं के साथ-साथ धन के कथित डायवर्जन से संबंधित हैं। इससे आरोपी को फायदा हुआ।
सूत्र ने कहा कि दिवालिया समाधान प्रक्रिया के तहत जालान कालरॉक कंसोर्टियम द्वारा जेट एयरवेज के लिए बोली जीतने के बाद कंपनी पुनरुद्धार की प्रक्रिया में थी।
सीबीआई के एक सूत्र ने बताया कि सीबीआई की टीम ने मुंबई में सात स्थानों पर जेट एयरवेज के कार्यालयों और आवासीय परिसरों पर छापेमारी की। जिसमें नामजद आरोपियों के परिसर शामिल हैं।
सूत्र ने कहा कि एजेंसी के अधिकारियों ने केनरा बैंक से जुड़े बैंक धोखाधड़ी मामले में गोयल और जेट एयरवेज के कुछ अन्य अधिकारियों के आवासीय परिसरों की भी तलाशी ली।
अप्रैल 2019 में जेट एयरवेज ने भारी नकदी संकट और बढ़ते कर्ज के कारण अपने परिचालन को निलंबित कर दिया था। जेट एयरवेज कभी भारत की सबसे बड़ी निजी वाहक हुआ करती थी।
सूत्र ने स्पष्ट किया कि सीबीआई की तलाशी जेट एयरवेज के नए मालिकों से जुड़े परिसरों में नहीं की गई है।