मेरठ। चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय ने SCImago संस्थान रैंकिंग 2025 में 6 पायदान की छलांग लगाते हुए देशभर में 29वां स्थान प्राप्त किया है। इस उपलब्धि के साथ, विश्वविद्यालय उत्तर प्रदेश के सभी राज्य विश्वविद्यालयों में पहले स्थान पर कायम है। विश्वविद्यालय प्रवक्ता ने शनिवार को इस बारे में जानकारी देते हुए बताया कि SCImago रैंकिंग में विश्वविद्यालय ने लगातार उत्कृष्ट प्रदर्शन करते हुए 2023 में 66वीं रैंक, 2024 में 35वीं रैंक और अब 2025 में 29वीं रैंक प्राप्त की है।
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यह प्रगति विश्वविद्यालय के उच्च गुणवत्ता वाले अनुसंधान, नवाचार और सामाजिक प्रभाव को दर्शाती है। सीसीएसयू के शोध प्रकाशन Q2 श्रेणी से Q1 श्रेणी में पहुंच चुके हैं। जो वैश्विक स्तर पर शोध की उत्कृष्ट गुणवत्ता को दर्शाता है। विश्वविद्यालय के शोधपत्र स्कॉपस इंडेक्स जर्नल्स में प्रकाशित हो रहे हैं। जिनका इम्पैक्ट फैक्टर भी लगातार बेहतर हो रहा है। प्रवक्ता ने सीसीएसयू की रैंकिंग में शानदार प्रगति यह जानकारी देते हैं बताया कि 2023 में–66वीं रैंक,2024 में 31 पायदान की छलांग लगाते हुए 35वीं रैंक और 2025 में 29वीं रैंक (6 पायदान की प्रगति) हासिल की है। सीसीएसयू की इस उपलब्धि ने शिक्षकों,शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों को नई ऊर्जा प्रदान की है।
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विश्वविद्यालय प्रशासन का मानना है कि यह केवल एक शुरुआत है और आने वाले वर्षों में सीसीएसयू को भारत के अग्रणी शिक्षण और शोध संस्थानों में स्थापित करने का लक्ष्य रखा गया है। बता दें कि SCImago संस्थान रैंकिंग, विश्वविद्यालयों और शोध संस्थानों का मूल्यांकन तीन प्रमुख मानकों पर करती है—शोध प्रदर्शन, नवाचार आउटपुट और वेब दृश्यता द्वारा सामाजिक प्रभाव। इस रैंकिंग में शोध प्रदर्शन का 50% योगदान होता है, नवाचार आउटपुट का 30% और सामाजिक प्रभाव का 20 प्रतिशत। विधि निदेशक (शोध) प्रोफेसर बीरपाल सिंह ने कहा कि ओवरऑल कैटेगरी में 29 वां स्थान प्राप्त करना विश्वविद्यालय की तकनीकी विकास और पेटेंट प्राप्ति की क्षमता को दर्शाता है।
इस उपलब्धि पर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. संगीता शुक्ला ने कहा,”यह रैंकिंग माननीय कुलाधिपति श्रीमती आनंदीबेन पटेल जी की प्रेरणा, सरकार की फंडिंग एजेंसीज के सहयोग, विश्वविद्यालय के शिक्षकों, शोधकर्ताओं और विद्यार्थियों की कड़ी मेहनत का परिणाम है। हमारा लक्ष्य अनुसंधान, नवाचार और समाज पर प्रभाव के क्षेत्रों में और अधिक प्रगति करना है।