खनौरी बॉर्डर। कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने खनौरी बॉर्डर पर धरने पर बैठे किसान नेता जगजीत सिंह डल्लेवाल से मुलाकात की। उन्होंने किसान नेता की तबीयत को लेकर चिंता जाहिर की। कांग्रेस नेता ने कहा कि जगजीत सिंह डल्लेवाल किसानों की आवाज बने हैं। सरकार को उनकी आवाज को जल्द सुनना चाहिए।
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कांग्रेस सांसद कुमारी शैलजा ने मीडिया से बात करते हुए कहा, “आज हमने किसान नेता से मुलाकात की है और उनकी सेहत को लेकर चिंता जाहिर की है। वह जिस बात को लेकर धरने पर बैठे हैं, उन्होंने अपने धरने के जरिए पूरे किसानों की एक आवाज को उठाया है। मैं कहना चाहती हूं कि सरकार उनकी आवाज को सुने।” उन्होंने आगे कहा, “इस सरकार ने न तो उन किसानों की सुनी, जो पहले भी धरने पर बैठे रहे और आज भी धरने पर बैठे हैं। सरकार को जगजीत सिंह डल्लेवाल की भी चिंता नहीं है।
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उन्होंने अभी तक देश के अन्नदाताओं की पीड़ा को भी नहीं समझा है। सरकार ने पहले तो किसानों को आश्वासन दिया कि वह उनकी एमएसपी समेत अन्य बातों को मानेगी, लेकिन फिर अपनी बात से मुकर गए। इस मुद्दे पर अभी तक उन्होंने एक भी कदम नहीं बढ़ाया है। अब तो संसद की कमेटी ने भी सिफारिश कर दी है, तो उन्हें किस बात का डर है। डल्लेवाल की हालात बिगड़ती जा रही है और सरकार को आगे आकर बात करनी चाहिए, ताकि उनका अनशन खत्म कराया जा सके।”
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कुमारी शैलजा ने कहा कि हम तो यही कहेंगे भाजपा के नेता भी यहां आएं और फोटो खिचवाएं। कम से कम उन्हें किसानों का सपोर्ट करना चाहिए और सरकार के कान खोलने चाहिए। कांग्रेस नेता ने कहा, “सभी को धान की बदहाली के बारे में तो मालूम ही है। हरियाणा में यूरिया भी नहीं मिला और अब कीमत भी बढ़ाई जा रही है। इतना ही नहीं वजन भी कम किया जा रहा है। हरियाणा में बीते कुछ समय से यही सब चल रहा है, लेकिन इस मुद्दे पर देश के करोड़ों किसान एक साथ हैं।”
उन्होंने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बयान पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, “यह शर्म की बात है कि उन्होंने भीमराव आंबेडकर को अपमानित किया और उनको सम्मान नहीं दिया, जबकि सदन में सब बोल रहे थे कि उन्हें सम्मान तो दो, लेकिन उन्होंने बाबा साहेब का नाम माखौल से लिया और उनका अनादर किया। बाबा साहेब पूरे देश के लिए एक आइकॉन हैं और उनके बारे में कुछ भी कहना शर्म की बात है। मैं इतना ही कहूंगी कि अमित शाह को माफी भी मांगनी चाहिए और इस्तीफा देना चाहिए।”