पटना। वक्फ एक्ट में संशोधन करने के सवाल पर बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने पटना में मीडिया से बातचीत के दौरान केंद्र पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि एक बात समझने वाली यह है कि केंद्र सरकार को जनहित के कार्य नहीं करने हैं। उन्हें महंगाई, बेरोजगारी, गरीबी से कोई मतलब नहीं है। वे सिर्फ ध्रुवीकरण कर हिंदू-मुसलमान कर अपनी राजनीति करना चाहते हैं। बिहार जो पिछड़ा हुआ है, इसकी भलाई के लिए केंद्र ने कितने कारखाने लगाए।
भाजपा के लोगों को पहले बताना चाहिए कि जो आरक्षण की सीमा को हम लोगों ने बढ़ाया है उसे वे 9वीं अनुसूची में क्यों नहीं डाल रहे हैं। बिहार आते हैं तो बड़े-बड़े वादे करते हैं, लेकिन बिहार को विशेष राज्य के दर्जे के वादे का क्या हुआ। हालांकि, तेजस्वी यादव ने वक्फ एक्ट में संभावित संशोधन पर खुलकर बयान नहीं दिया। सूत्रों की ओर से दावा किया जा रहा है कि केंद्र की मोदी सरकार वक्फ एक्ट में संशोधन करने जा रही है। अगर संशोधन बिल पारित होता है तो यह तीसरी बार होगा जब एक्ट में संशोधन किया जाएगा। पहला वक्फ अधिनियम 1954 में पारित किया गया था।
जिसमें संशोधन 1995 में किया गया। इसके बाद साल 2013 में दूसरी बार संशोधन किया गया था। 2024 में यह तीसरी बार संशोधन किया जा सकता है। एक्ट में संशोधन होने पर वक्फ बोर्ड को अपनी संपत्तियों का ब्योरा जिला अधिकारी के पास देना होगा। एक्ट में संशोधन नहीं होने तक किसी तरह का कोई ब्योरा नहीं दिया जाता है। भाजपा के मुस्लिम नेताओं ने वक्फ एक्ट में संशोधन किए जाने पर खुशी जताई है। नेताओं का कहना है कि इसकी जरूरत बहुत सालों से थी। इस पर राजनीति नहीं होनी चाहिए।