अल्मोड़ा। उत्तराखंड के अल्मोड़ा में स्थित जागेश्वर मंदिर में शुक्रवार की शाम कुछ अराजक तत्वों ने हंगामा खड़ा कर दिया था। इस मामले में पुलिस ने अराजकता फैलाने वालों के खिलाफ कार्रवाई करते हुए उनका चालान काटा है। शुक्रवार शाम उत्तराखंड के अल्मोड़ा में स्थित जागेश्वर मंदिर में उस समय हंगामा शुरू हो गया, जब कुछ उपद्रवी अपने साथ दो कुत्ते लेकर आए थे।
मंदिर में भगवान के दर्शन का समय खत्म होने के बाद भी बंग गेट को फांदकर इन लोगों ने अनाधिकृत रूप से परिसर में प्रवेश किया। उपद्रव मचाने वालों की संख्या पांच थी, जिसमें दो पुरुष और तीन महिलाएं थी। उनके साथ दो पालतू कुत्ते भी थे।
महिला खुद को भगवान शिव बताकर हल्ला काट रही थी। बाद में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए सभी का चालान काटा है। इस पूरे मामले को लेकर जागेश्वर मंदिर के मुख्य पुजारी हेमंत भट्ट ने बताया कि नियम के अनुसार मंदिर में सायं आरती के बाद प्रवेश वर्जित है। शुक्रवार को कुछ श्रद्धालु मंदिर में आरती के बाद पहुंचे थे। उन्होंने अपने साथ दो कुत्ते भी लाए थे। उन लोगों ने मंदिर का गेट फंदकर मंदिर परिसर में प्रवेश कर उत्पात मचाया और सुरक्षाकर्मियों के साथ हाथापाई और गाली-गलौज की।
इस दौरान उनलोगों ने सड़क पर मौजूद दुकानों के सामान भी सड़कों पर बिखेर दिया। पूरे मामले की निंदा करते हुए पुजारी ने उपद्रवियों के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग की। बता दें कि पूरी घटना जागेश्वर मंदिर में शुक्रवार को घटित हुई है। यहां पर आरती के बाद मंदिर का गेट बंद हो जाने की परंपरा है। इस दौरान कुछ अराजक तत्वों, जिसमें महिलाएं भी शामिल थी, कुत्तों के साथ मंदिर परिसर पहुंची। उन्होंने गेट पर चढ़कर मंदिर परिसर में अनाधिकृत प्रवेश किया और जमकर हंगामा काटा।
स्थानीय लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। मिली जानकारी के अनुसार, अनाधिकृत रूप से मंदिर में प्रवेश करने वालों की संख्या पांच थी, जिसमें तीन महिलाएं और दो पुरुष शामिल थे। उन्होंने विरोध करने पर सुरक्षाकर्मी को भी पीटा। खास बात ये रही कि महिला अपने आप को भगवान शिव का रूप बता रही थी और मंदिर परिसर के लोगों को श्राप देने लगी।