शामली। मुख्य विकास अधिकारी विनय कुमार तिवारी द्वारा पशु चिकित्सालय-गढीपुख्ता, ऊन का आकस्मिक निरीक्षण किया गया। इस दौरान पशु चिकित्सालय पर वेटनरी फार्मासिस्ट दाऊद अली और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी कुलदीप कुमार उपस्थित मिले। हालांकि, राकेश कुमार, चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी 13 नवम्बर को अनुपस्थित पाए गए। पशु चिकित्साधिकारी डा. मो. इमरान असलम अंसारी भी 7 नवम्बर से 13 तक अनुपस्थित पाए गए।
सहारनपुर मंडल में गन्ना किसानों का 254 करोड़ बकाया, कमिश्नर ने कहा- DM सख्ती से कराये वसूली
वेटनरी फार्मासिस्ट ने बताया कि उन्हें गढीपुख्ता के अलावा ऊन, झिझांणा, कमालपुर, मालैण्डी, ताना, और भैसवाल जैसे अन्य पशु चिकित्सालयों का अतिरिक्त प्रभार भी दिया गया है। उन्होंने बताया कि पशु चिकित्साधिकारी बीमार पशुओं के उपचार के लिए ऊन पशु चिकित्सालय गए थे और शासनादेश के तहत अस्थायी गौवंश आश्रय स्थल मुण्डेट खादर, ऊन में गो श्रमिकों को निराश्रित गोवंश की प्राथमिक चिकित्सा, भूसे की गुणवत्ता, और विषाक्तता के लक्षण पर प्रशिक्षण देने के लिए गए थे।
एसडीएम की गाड़ी के बोनट पर ठुमके लगा रहे थे युवक-युवती, बजता रहा हूटर, वीडियो हुआ वायरल
निरीक्षण में पशु चिकित्सालय की साफ-सफाई उचित नहीं पाई गई, और इस पर आवश्यक निर्देश दिए गए। पशु चिकित्सालय के अभिलेख/पंजीकरण का भी अवलोकन किया गया, जो अद्यतन पाए गए। कृत्रिम गर्भाधान हेतु संरक्षित सीमेन स्ट्रा और तरल नत्रजन की स्थिति भी सही पाई गई।
खालिस्तानी आतंकी पन्नू ने राममंदिर पर हमले की दी धमकी, बढ़ाई गयी अयोध्या की सुरक्षा
पशु चिकित्सालय परिसर में शौचालय निर्माण की मांग भी ग्रामीणों/पशुपालकों द्वारा की गई, जिसे ध्यान में रखते हुए निर्देश दिए गए कि शौचालय का निर्माण कराया जाए।
निरीक्षण के समय अनुपस्थित पाए गए पशु चिकित्साधिकारी गढीपुख्ता और चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी राकेश कुमार से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के लिए उन्हें 03 दिनों के भीतर अपनी संस्तुति सहित पेश करने के निर्देश दिए गए हैं।