बाराबंकी। जनपद में सोमवार की सुबह वैन सवार बदमाशों द्वारा तीन स्कूली बच्चों को अपहरण करने का प्रयास करने की सूचना से हड़कंप मच गया। सूचना पर हरकत में आयी नगर कोतवाली पुलिस ने जब बदमाशों की तलाश में इलाके के सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगालनी शुरू की तो बच्चों द्वारा बताई गई पूरी कहानी ही झूठी निकली। इसके बाद पुलिस पूछताछ में बच्चों ने जो कुछ बताया उसे सुनकर ख़ुद पुलिस भी हैरान रह गयी।
पुलिस के अनुसार इस घटना में नगर कोतवाली क्षेत्र के मखदूमपुर स्थित नीलकंठ चिल्ड्रेन एकेडमी में कक्षा छह और सात में पढ़ने वाले तीन बच्चों में दो सगी बहनें और एक पड़ोस में रहने वाला लड़का शामिल हैं।
सोमवार की सुबह घर से स्कूल के लिए निकलने के काफी समय बाद इन तीनों ने अपने परिजनों को फोन कर बताया कि वैन सवार बदमाशों ने उनका अपहरण कर लिया है। वैन का गेट सही से बन्द न होने के चलते उन्हे भागने का मौका मिल गया और किसी तरह कूदकर उन्होंने खुद को बचाया है।
अपहरण की बात सुनकर बच्चों के माता-पिता के हाथ-पैर फूल गये और वह आनन-फानन में मौके पर पहुंचे। सूचना मिलने पर पुलिस भी मौके पर पहुंची। बच्चों से घटना की जानकारी लेने के बाद जब पुलिस ने अपनी पड़ताल शुरू की और बच्चों के बयान के आधार पर रास्ते में लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले तो पूरी कहानी ही उल्टी निकली।
जांच में पता चला कि बच्चे झूठ बोल रहे हैं और उनका कोई अपहरण हुआ ही नहीं था, बल्कि वह स्कूल नहीं जाना चाहते थे। घरवालों के डर से वह घर से निकले, लेकिन उन्होंने अपना स्कूल बैग घर में ही छिपा दिया था। काफी देर घूमने के बाद परिजनों द्वारा डांटे जाने के भय से एक राहगीर के फोन से परिजनों को फोन करके अपने अपहरण की झूठी कहानी बता दी।
अपर पुलिस अधीक्षक दक्षिणी अखिलेश नारायण सिंह ने बताया कि पूछताछ में बच्चों ने बताया कि उन्हें ये आइडिया मोबाइल और टीवी पर क्राइम सीरियल्स और मूवी देखकर आया था। एएसपी ने सभी अभिभावकों से अपील करते हुए कहा कि आपके बच्चे टीवी और मोबाइल स्क्रीन पर क्या देख रहे हैं इस पर नज़र बनाए रहे और उन्हें क्या देखना चाहिए और क्या नहीं देखना चाहिए, इस बारे में भी उन्हें आगाह करते रहे।