चंडीगढ़,। पंजाब पुलिस ने अमेरिका से डिपोर्ट किए गए लोगों की रिपोर्ट तैयार करने के लिए चार अधिकारियों की कमेटी का गठन किया गया है। पंजाब पुलिस महानिदेश गौरव यादव ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
उन्हाेंने बताया कि कमेटी की अध्यक्षता एडीजीपी एनआरआई प्रवीन सिन्हा करेंगे, जबकि एडीजीपी इंटरनल सिक्योरिटी शिव वर्मा, आईजीपी/प्रोविजनिंग भूपिंदर सिंह व डीआईजी बॉर्डर रेंज सतिंदर सिंह कमेटी के सदस्य बनाए गए हैं। कमेटी की जांच रिपाेर्ट के आधार पर अवैध मानव तस्करी में शामिल लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
डीजीपी ने इस कमेटी को अधिकार दिया है कि वह इस मामले की जांच के लिए किसी भी अन्य अधिकारी को शामिल कर सकती है। यह कमेटी एसएसपी व पुलिस कमिश्नरों के साथ तालमेल बनाकर रखेगी। प्रदेश के सभी अधिकारियों को कमेटी को जरूरी सहायता व बुनियादी सुविधाएं मुहैया करवाने के आदेश दिए गए हैं। अमेरिका से डिपोर्ट हुए 31 लोगों
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के केसों में पता चला है कि उन्हें डंकी रूट से भेजा गया था। इसके एवज में उनसे लाखों रुपये लिए गए थे। अब जहां से भी पुलिस को शिकायत आ रही है, वहां पर कार्रवाई की जाएगी। इस तरह एक केस अमृतसर में दर्ज हुआ है। साथ ही इमिग्रेशन एजेंट का दफ्तर सील कर दिया गया है।
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पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि राज्य सरकार प्रवासियों की अगवानी करेगी और हवाई अड्डे पर काउंटर स्थापित करेगी. पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने मंगलवार को अमेरिकी सरकार के फैसले पर निराशा व्यक्त की और कहा कि इन लोगों को निर्वासित करने के बजाय स्थायी निवास प्रदान किया जाना चाहिए था, जिन्होंने उस देश की अर्थव्यवस्था में योगदान दिया.
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पंजाब के मंत्री ने कहा कि कई भारतीय ‘वर्क परमिट’ पर अमेरिका में प्रवेश करते हैं और बाद जब इसकी अवधि समाप्त हो जाती है तो वे अवैध प्रवासी बन जाते हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिका में रहने वाले पंजाबियों की चिंताओं और हितों पर चर्चा करने के लिए उनका अगले सप्ताह विदेश मंत्री एस जयशंकर से मिलने की योजना है.
इस बीच पंजाब के एनआरआई मामलों के मंत्री कुलदीप सिंह धालीवाल ने कहा कि 10 फरवरी को मंत्रिमंडल की बैठक होने जा रही है, जिसमें इन युवाओं के पुनर्वास के संबंध में मुख्यमंत्री से बात की जाएगी।