मुजफ्फरनगर। रामपुरी निवासी अभिषेक सिंह को बेसिक शिक्षा विभाग में राइट टू एजुकेशन (RTE) के तहत हो रहे कथित भ्रष्टाचार के खिलाफ आवाज़ उठाना भारी पड़ गया। अभिषेक का आरोप है कि उन्होंने जनसुनवाई पोर्टल पर रिश्वतखोरी की शिकायत की थी, जिसके बाद खुद को साइबर क्राइम विभाग का बताने वाले कुछ लोग उनके घर पहुंच गए और उन्हें शिकायत वापस लेने की धमकी देने लगे।
शिकायतकर्ता अभिषेक सिंह ने बताया कि वे RTE के अंतर्गत बच्चों के एडमिशन के लिए विभाग में गए थे, जहां अधिकारियों ने उनसे पैसों की मांग की। उन्होंने इसकी शिकायत पोर्टल पर की, लेकिन समाधान मिलने की बजाय उनके खिलाफ ही कार्रवाई शुरू हो गई। अभिषेक का आरोप है कि कुछ पुलिसकर्मियों ने उनके खिलाफ फर्जी नंबर से शिकायत करने का आरोप लगाते हुए कार्यवाही की चेतावनी दी है।
इस प्रकरण से परेशान होकर अभिषेक एसपी ऑफिस पहुंचे और उच्चाधिकारियों से सुरक्षा और न्याय की गुहार लगाई।
वहीं, बेसिक शिक्षा अधिकारी संदीप कुमार ने अभिषेक के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि यह व्यक्ति बार-बार फर्जी शिकायतें करता है, और जब उससे ठोस प्रमाण मांगे जाते हैं तो वह कोई दस्तावेज़ नहीं देता और न ही फोन पर उपलब्ध होता है। उन्होंने बताया कि इसी वजह से साइबर क्राइम टीम को सूचित किया गया था।