मुंबई। कांग्रेस नेता भाई जगताप ने चुनाव आयोग और ईवीएम को लेकर विवादित बयान देकर राजनीति में नई बहस छेड़ दी है। शुक्रवार को भाई जगताप ने चुनाव आयोग की तुलना कुत्ते से करते हुए कहा, “चुनाव आयोग नरेंद्र मोदी जी के बंगले के बाहर कुत्ते की तरह बैठा है।” उनके इस बयान से राजनीतिक हलकों में हड़कंप मच गया है।
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भाई जगताप ने इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) की विश्वसनीयता पर सवाल उठाते हुए कहा कि कांग्रेस लंबे समय से बैलेट पेपर से चुनाव कराने की मांग कर रही है। उन्होंने कहा, “भारत दुनिया का सबसे बड़ा लोकतंत्र है, लेकिन जब लोकतंत्र पर सवाल उठते हैं, तो इसका जवाब चुनाव आयोग और सरकार को देना चाहिए।”
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जगताप ने आरोप लगाया कि ईवीएम को हैक नहीं बल्कि सेट और टेंपर किया जा सकता है। उन्होंने दावा किया कि ऐसा पहली बार मध्य प्रदेश में किया गया था, जहां भाजपा को लाभ हुआ। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र को मजबूत करने के लिए बनाई गई एजेंसियों का आज गलत इस्तेमाल हो रहा है। उन्होंने कहा, “देश भर में लोकतंत्र के साथ खिलवाड़ किया जा रहा है। जिन लोगों पर गंभीर आरोप लगे थे, वे भाजपा में जाकर ‘धुलाई मशीन’ से साफ हो गए। ये स्थिति हर राज्य में देखने को मिल रही है, और यह लोकतंत्र के लिए बेहद घातक है।”
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भाई जगताप ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चुनौती देते हुए कहा कि अगर भाजपा को अपने नेतृत्व पर विश्वास है, तो बैलेट पेपर पर चुनाव कराए। उन्होंने कहा, “विदेशों में भाड़े के लोग मोदी-मोदी करते हैं। अगर आपको अपने नेतृत्व पर विश्वास है, तो बैलेट पेपर पर चुनाव कराकर देश को साबित करें कि यह सच्चाई है।”
उन्होंने मध्य प्रदेश में भाजपा की राजनीति पर हमला बोलते हुए व्यापमं घोटाले का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि व्यापमं घोटाले के सभी 32 गवाहों की हत्या कर दी गई, जिससे देश के लोकतंत्र पर गंभीर आशंका पैदा होती है।
भाई जगताप के इस बयान ने राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है। जहां भाजपा ने उनके बयान को “लोकतंत्र का अपमान” बताया है, वहीं कांग्रेस इसे चुनाव आयोग और ईवीएम की पारदर्शिता पर सवाल उठाने का मुद्दा बता रही है। यह देखना दिलचस्प होगा कि भाई जगताप के इस बयान का राजनीतिक प्रभाव क्या होता है।