मुजफ्फरनगर। कृषि विभाग में कार्यरत अधिकारियों के कुछ वाहन चालकों और कर्मचारियों के द्वारा जनपद के निजी उवर्रक, बीज एवं कीटनाशी रसायन प्रतिष्ठानों से अवैध वसूली का मामला प्रकाश में आया है। इस तरह की कई शिकायतें प्रकाश में आने पर उप कृषि निदेशक ने कड़ी नाराजगी जताई है।
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उन्होंने इस तरह के मामलों पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाने के लिए जिला कृषि अधिकारी और कृषि रक्षा अधिकारी को निर्देशित करते हुए पत्र जारी किया है। वहीं चेतावनी दी है कि यदि भविष्य में इस तरह की शिकायत सामने आयी तो दोनों अधिकारी स्वयं उत्तरदायी होगे।
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उधर जिला कृषि अधिकारी ने अपने कार्यालय में साउंड वाला सीसीटीवी कैमरा लगाया है। जनपद के निजी उवर्रक, बीज एवं कीटनाशी विक्रेताओं से पिछले काफी समय से चैकिंग के नाम पर अवैध वसूली की जा रही है। इस मामले में कुछ अधिकारियों के चालक और कर्मचारियों के नाम प्रकाश में आए है। निजी उवर्रक बीज एवं कीटनाशी रसायन प्रतिष्ठानों एवं सहकारी संस्थानों के प्रोपराईटरों द्वारा डीडी से इस मामले की शिकायत की गई है।
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उन्होंने इस मामले में कडी नाराजगी जताते हुए जिला कृषि अधिकारी राहुल तेवतिया, कृषि रक्षा अधिकारी यतेन्द्र कुमार को पत्र जारी किया है। जिसमें उन्होंने कहा कि आपके अधीनस्थ वाहन चालक एवं उक्त पटलों से इतर कार्यालय के कर्मचारियों द्वारा उक्त प्रतिष्ठानों पर पहुंच कर अवैध रूप से धनराशि आदि की मांग की जा रही है। जिससे जनपद में विभाग की छवि धूमिल हो रही है।
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उन्होंने कहा कि यदि अब आपके अधीन वाहन चालक एवं अन्य कोई भी कार्यालय सहायक सम्बन्धित पटल सहायकों से इतर उपर्युक्त सन्दर्भ के निजी, सहकारी आदि प्रतिष्ठानों पर पहुंचता है अथवा उनसे किसी भी प्रकार का संपर्क आदि किये जाने का प्रकरण संज्ञान में आने पर सम्बन्धित के विरूद कठोर अनुशासनात्मक व दण्डात्मक कार्यवाही प्रचलन में लाई जाएगी।
उसने इस मामले की शिकायत विधायक विक्रम सैनी से की थी। विधायक ने कृषि रक्षा अधिकारी यतेन्द्र कुमार को जमकर फटकार लगाई थी और उक्त दुकानदार के पैसे वापस कराए थे। इस मामले में कृषि रक्षा अधिकारी यतेन्द्र कुमार की काफी फजीहत हुई थी ।