शामली। गंगा दशहरे पर पूर्वी यमुना नदी में अपने परिजनों के साथ स्नान करने आई हरियाणा निवासी दो ममेरी बहनों की डूबने से मौत हो गई है। जबकि गोताखोरों ने एक युवक को डूबने से बचाया। घटना से मृतकों के परिजनों में कोहराम मचा हुआ है। मृतक दोनों लड़कियां रिश्ते में मामा-बुआ की थी। सूचना पर पहुंची पुलिस दोनों लड़कियों को लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र आई। जहां पर डॉक्टर ने दोनों को मृत घोषित कर दिया। बाद में पुलिस ने दोनों के शवों को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आवश्यक वैधानिक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है।
मिली जानकारी के अनुसार रविवार को पूर्वी यमुना नदी में दशहरे के पावन पर यूपी-हरियाणा के सैकड़ो की संख्या में श्रद्धालु स्नान के लिए आए हुए थे। इसी दौरान दोपहर करीब डेढ़ बजे हरियाणा राज्य के जनपद पानीपत थाना मतलौडा निवासी एक परिवार यमुना नदी में स्नान के लिए आया था। यमुना नदी में स्नान के दौरान एक परिवार की ही दो ममेरी बहन आशु पुत्री मुल्तान सिंह निवासी कुराना 19 वर्षीय व स्नेह पुत्री सुरेश निवासी उटला की यमुना नदी में डूबने से दर्दनाक मौत हो गई। जबकि उनके एक भाई को गोताखोरों ने बचा लिया। परिजनों ने यमुना नदी में दोनों को डूबते देख शोर मचाना शुरू कर दिया।
शोर सुनकर मौक़े पर पुलिसकर्मियों ने पहुँचकर गोताखोरों को बुलाया और दोनों को बचाना का प्रयास किया।बाद में पुलिस दोनों युवतियों को लेकर कैराना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पहुँची। जहाँ पर डॉक्टर ने दोनों को मृतक घोषित कर दिया। बाद में पुलिस दोनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजते हुए आवश्यक वैधानिक कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी।
वही परिजनों ने पुलिस प्रशासन के द्वारा यमुना नदी पर की गई व्यवस्था पर सवाल उठाए हैं। परिजनों का आरोप है कि यमुना नदी पर बेरिगेटिंग नहीं है,ना एंबुलेंस की सुविधा है,नहीं ऑक्सीजन सिलेंडर है और गोताखोर भी समय पर उपलब्ध नहीं हो पाए अगर समय पर एंबुलेंस मिल जाती तो शायद दोनों बच्चों की जान बच सकती थी।