खतौली। देखभाल के नाम पर सरकार द्वारा करोड़ों रुपए खर्च करने के बावजूद ज़िले में गौवंश की दुर्दशा कम होने का नाम नहीं ले रही है। रविवार को सड़क पर चारे की तलाश में घूम रही एक गौमाता के विद्युत पोल में उतरे करंट की चपेट में आकर प्राण पखेरू उड़ गए।
सूचना देने के बावजूद हड़ताल के चलते विद्युत विभाग के किसी कर्मचारी ने मौके पर आना तक गंवारा नही किया। जानकारी के अनुसार विद्युत विभाग की लापरवाही एक गौमाता की मौत का सबब बन गई।
कस्बे के होली चौक पर खड़े एक विद्युत पोल में करंट उतरने की शिकायत आस पास दुकानदारों द्वारा कई बार विद्युत विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से की गई। आरोप है कि विद्युत विभाग ने शिकायत का कोई संज्ञान नहीं लिया। रविवार को भोजन की तलाश में सड़क पर घूम रही एक गौमाता उपरोक्त विद्युत पोल में उतरे करंट की चपेट में आ गई।
गौमाता को तड़पते देख सारा माजरा समझते ही आस-पास मौजूद कुछ लोगों के अपनी जान जोखिम में डालकर गौमाता को करंट से छुड़ाने के प्रयास किये लेकिन वे नाकाफी रहे। कुछ ही देर में गोवंश ने तड़प कर दम तोड़ दिया। करंट की चपेट में आकर गौवंश की मौत होने से आक्रोशित लोगों ने विद्युत विभाग पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। आरोप है कि सूचना देने के बावजूद हड़ताल के चलते विद्युत विभाग के किसी कर्मचारी ने भी मौके पर आना मुनासिब नहीं समझा।
कुछ दयालु महिलाओं ने मृत गोवंश को घर से कपड़ा लाकर ढक दिया। बाद में नगर पालिका परिषद के सफाई कर्मचारियों ने गोवंश को दफना दिया। पीपुल्स फॉर एनिमल के सदस्य भाजपा नेता पुनीत अरोड़ा ने गोवंश की मौत के जिम्मेदार विद्युत विभाग के अधिकारियों पर मुकदमा दर्ज करके कार्यवाही किए जाने की मांग जिलाधिकारी अरविंद मलप्पा बंगारी से की है।