अयोध्या। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम की पैड़ी से देश और प्रदेशवासियों को दीपावली और दीपोत्सव की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि भगवान श्रीराम द्वारा आसुरी शक्तियों के अंत के संकल्प की पूर्ति का उल्लास है दीपोत्सव। हमारा प्रयास होना चाहिए कि दीपोत्सव का ये पर्व देश के हर गरीब और वंचितों के जीवन में नई खुशहाली लेकर आए।
उन्होंने कहा कि अयोध्या को वैश्विक मान्यता दिलाना ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन है। मुख्यमंत्री ने अपने उद्बोधन के दौरान दुनिया के 54 देशों से अयोध्या पधारे राजनयिकों का स्वागत एवं अभिनंदन करते हुए कहा कि दीपोत्सव का हर संस्करण पूरी दुनिया में भव्यता के साथ आगे बढ़ रहा है। दीपावली का आयोजन पूरे भारत में श्रीराम के 14 वर्ष के वनवास के उपरांत अयोध्या वापसी के उपलक्ष्य में मनाया जाता है। ये उत्सव भगवान राम के केवल वनागमन से वापसी का नहीं है बल्कि वन्य क्षेत्र को अभय प्रदान करना, नाकारात्मक शक्तियों और राक्षसी प्रवृतियों का सर्वथा अंत करने का जो सकल्प उन्होंने लिया था, उसकी पूर्ति के बाद अयोध्या आगमन और यहां रामराज्य के आधारशिला की शुरुआत का महाउत्सव है।
योगी ने कहा कि संपूर्ण भारत में रामराज्य की अवधारणा, जिसमें व्यक्ति-व्यक्ति के बीच जाति, मत, मजहब के आधार पर भेदभाव न हो, इसी संकल्प का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2014 में एक बार फिर आधारशिला रखी। आगामी जनवरी माह में प्रभु श्रीराम के मंदिर का भव्य रूप से उद्घाटन होने जा रहा है।
उन्होंने कहा कि ये आयोजन और भी भव्यता के साथ भगवान श्रीराम के आदर्शों के अनुरूप एक नई खुशहाली और समृद्धि की ओर हमें अग्रसर करता रहेगा।