नई दिल्ली। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने बुधवार को कहा कि भारतीय सशस्त्र बल चक्रवात बिपरजॉय से निपटने में किसी भी तरह की सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं। रक्षामंत्री ने कहा, मैंने तीनों सेना प्रमुखों से बात की और चक्रवात बिपरजॉय के लिए सशस्त्र बलों की तैयारियों की समीक्षा की।
उन्होंने कहा कि सशस्त्र बल चक्रवात के कारण किसी भी स्थिति या आकस्मिकता से निपटने में नागरिक अधिकारियों को हर संभव सहायता प्रदान करने के लिए तैयार हैं।
मंगलवार को भारतीय तटरक्षक बल (आईसीजी) ने गुजरात के ओखा में हाइड्रोकार्बन महानिदेशालय (डीजीएच) के 50 कर्मचारियों को निकाला था। इस बीच, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) ने कहा है कि वह चक्रवात बिपारजॉय से निपटने के लिए तैयार है, जिसके गुरुवार को गुजरात में दस्तक देने की उम्मीद है।
एनडीआरएफ के डीजी अतुल करवाल ने कहा, एनडीआरएफ ने 18 और एसडीआरएफ ने 13 टीमों को तैनात किया है। चक्रवात के 15 जून की शाम को गुजरात में लैंडफॉल करने की उम्मीद है। 45,000 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है। हम लैंडफॉल के बाद सभी चुनौतियों के लिए तैयार हैं। डीजी ने कहा कि आसपास के आठ जिलों में जलभराव की काफी संभावनाएं हैं और जरूरत पड़ने पर हम अपनी सेवाएं देने के लिए तैयार हैं।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने कहा कि बिपरजॉय ‘बहुत भयानक’ चक्रवाती तूफान में बदल गया है और गुरुवार शाम तक गुजरात में जखाऊ बंदरगाह को पार कर जाएगा, हालांकि राज्य के सौराष्ट्र और कच्छ तटों के लिए ‘ऑरेंज’ अलर्ट अभी भी प्रभावी है।
पश्चिम रेलवे ने एहतियात के तौर पर चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों से गुजरने वाली कम से कम 67 ट्रेनों को रद्द करने का भी फैसला किया है।